लखनऊ / राजभर समाज के कुछ छुट भैया नेताओं एवम् अराजक तत्वो द्वारा लखनऊ स्थित बंगला बाजार में बीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी के किले का नाम बदलने एवम् किला प्रांगण में हवन, यज्ञ आज 30 जनवरी को किए जाने के षणयंत्र को विफल करने के लिए उत्तर प्रदेशीय पासी जागृति मंडल द्वारा दी गई सूचना के अनुसार उन्नाव के साथी राकेश आचार्य,राजाराम बौध्द,जगतपाल रावत,सुर्यपाल मुरली प्रसाद एवम् दिनेश कुमार वर्मा के साथ प्रेरणादायी पावन भूमि महाराजा बिजली पासी किला भूमि पहुंच कर प्रतिभाग किया।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के संम्पूर्ण जनपदों से हजारों की संख्या में पासी समाज के संघर्षशील सामाजिक कार्यकर्ताओं , नवयुवकों, विधार्थियों महिलाओं ने षणयंत्र कारियो की निन्दा करने के साथ ही पासी समाज के इतिहास से छेड़छाड़ न करने के लिए आगाह करते हुए चेतावनी दी कि पासी,और भर समाज दोनों एक ही जाति है,जो अज्ञानता वश कतिपय कारणों से एक दुसरे से अलग हो गए हैं। कुछ स्वार्थी तत्व अपने फायदे के लिए दोनों को एक साथ आने नहीं देना चाहते हैं।उनकी किसी भी तरह की साज़िश को देश का संम्पूर्ण पासी समाज किसी भी तरह सफल नहीं होने देंगा।बीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी का किला आज जिस रूप में विद्यमान है,उसके लिए देशभर के पासी समाज ने उत्तर प्रदेशीय पासी जागृति मंडल सहित संगठनों के नीति निर्देशन में बहुत लम्बा संघर्ष किया है।उसे किसी भी कीमत पर मिटने नहीं दिया जायेगा यह इतिहास भारत वर्ष के समस्त मूलनिवासी समाज के लिए गौरव एवं प्रेरणा का श्रोत है।आज पासी समाज की ऐतिहासिक धरोहर के रक्षार्थ ,श्रीमती राजेश्वरी,अध्यक्ष,रामकृपाल पासी एडवोकेट, डी पी रावत ,सरस्वती प्रसाद,के.एल राजवंशी, शिवकुमार पुर्व अध्यक्ष ,राजकुमार इतिहास कार राष्ट्रीय पासी महासंघ अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत,रामयश विक्रम , अखिल भारतीय पासी समाज के अध्यक्ष श्री आर ए प्रसाद (पूर्व आई. ए .एस)श्रीपाल वर्मा पूर्व पी सी एस, मोहनलाल गंज के सांसद कौशल किशोर एवं पूर्व सांसद श्रीमती प्रियंका सिंह रावत, राष्ट्रीय कल्याण मंच के अध्यक्ष अनोद रावत ,राकेश कुमार वास्तविक, भारशिव ऐतिहासिक शोध संस्थान के अध्यक्ष यशवंत सिंह ,डॉ रमेश कुमार,इलाहाबाद के साथी लालाराम सरोज,रंजीत पासी, राजेन्द्र सरोज, राकेश पासवान सहित हजारों पासी समाज के रणबांकुरों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज़ कराई और पासी समाज के स्वाभिमान हेतु हर प्रकार के संघर्ष में तन,मन,धन से सहयोग करने की शपथ लीं ।पासी समाज की चेतना से आज कोई भी लफ़ंगा महाराजा बिजली पासी किला पर अपने नापाक मंसूबों को लेकर आने की हिम्मत नही कर पाया ।
भैया हमारा भी नाम डाल देते, हम सब लोग सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक मौजूद रहे।
चलिए, कोई बात नहीं भाई।
सामाजिक न्याय जिंदाबाद
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