मूलचंद भार्गव ,सीतापुर / आज का दिन पासी समाज सीतापुर के लिए बहुत ही निर्दई एवम् अशुभ रहा, जिसने हमारे समाज के एक सामाजिक ब्योवृद्घ ( हमारे साथ गांधी टोपी पहने बैठे)जिन्होंने अपना संपूर्ण शतकीय जीवन समाज को एक नई दिशा देने में लगा दिया, सीतापुर में कोई भी सामाजिक बैठक या सभा उनके बिना अधूरी मानी जाती थी, उनका नाम समाज के हर व्यक्ति को मास्टर छोटकऊ लाल कुड़कापुर वाले के नाम से जाना जाता था।
आज हम जो भी समाज में कर पाए यदि ये कहें कि इसमें उनका आशीर्वाद ही था कि वह समय-समय पर हमें ढांढस व साहस दोनों प्रदान करते थे, वह हमारे उत्तर प्रदेशीय पासी जागृति मण्डल सीतापुर के अध्यक्ष श्री एस. एस. लाल के पिता जी ही नही थे अपितु हमारे संरक्षक भी थे।
आज उनका लगभग एक बजे आकस्मिक निधन हो गया, यह श्री छोटकाऊ लाल जी का निधन नहीं, पासी समाज का एक स्तम्भ कहें या बड़ा सितारा हम सभी को ऐसे राह पर छोड़ गया है जहां उन जैसा पथप्रदर्शक हम लोगों को मिलना नामुमकिन है। माननीय श्री छोटकाउ लाल लगभग १०४ वर्ष के थे उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव कुड़का में सायं काल कर दिया गया। हम उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना और मृतात्मा के लिए शान्ति की कामना करते हैं।