बिहार(भोजपुर,पिरो,एयार):- बिहार के भोजपुर जिले के पिरो में एक गाँव है एयार जहाँ से एक बड़ी खबर यह है कि इस गाँव मे महादलित समुदाय में आने वाले समाज के सबसे निचले और वंचित तबके के मुसहर जाति के लोगो के लिये बने कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध रूप से पंचायत भवन बनाने की इसी गांव के उच्च जाति के लोगो और प्रशासन की मिलीभगत से जबरदस्ती कोशिश की जा रही है जबकि अंचल कार्यालय द्वारा पंचायत भवन के लिए जमीन स्वीकृत हो चूकी है लेकिन वो जमीन उच्च जाति के दबंगो के कब्जे में है ,आपको बता दे बिहार में बतौर मुख्यमंत्री नीतीश ने अपने शासन में महादलितों के विकाश के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं चलाने का दावा करते है लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि बिहार में महादलितों पर अत्याचार के मामलों में वृद्धि हुई है ,महादलितों की हत्या,उनकी जमीन कब्जा करना ,उनकी महिलाओ और बेटियों पर हिंसा और बलात्कार की घटनाओं में बृद्धि हुई है । बिहार सरकार की तरफ से भूमिहीन महादलितों को तीन डिसमिल जमीन भी देने का प्रावधान है लेकिन सरकार इंसमे नाकाम रही है कई जगह जमीन के कागज तो दे दिए गए है लेकिन उन जमीनों पर कब्जा उच्च जाति के दबंगो का है शासन और प्रशासन तो इन जमीनों पर कब्जा दिलाने ने नाकाम रही है उल्टा जो जमीन महादलितों के कब्जे में है उसे भी प्रशासन और उच्च जाति के दबंगो के मिलीभगत और साजिश से उनको जमीन से वेदखल करने की कोशिश की जा रही है ,ये मामला भी वैसा ही है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बहुजन मुक्त्ति पार्टी के प्रदेश सचिव एवं बक्सर लोकसभा प्रभारी पेरियार सन्तोष यादव ने 19फरवरी को पटना गांधी मैदान में होने वाली जनाक्रोश रैली की तैयारी के दौरान भोजपुर(आरा) जिला के एयार गांव की मुसहर टोली पहुंचकर लोगों से मुलाकात की। लोगों ने जो समस्या बताई उसको जानकर आप भी आवाक रह जाएंगे।
- बिहार के भोजपुर जिला के पिरो (एयार) गाव के मुसहरों की कब्रिस्तान पर ऊची जाती के लोगो द्वारा प्रशासन की मिलीभगत से जबरदस्ती पंचायत भवन बनाने की हो रही है कोशिश
- पंचायत भवन के लिए पहले से ही अंचल कार्यालय द्वारा जमीन स्वीकृत है लेकिन दबंगों के कब्जे में है
- दबंगों और प्रखंड प्रशासन की साजिश के तहत मुसहरों की कब्रिस्तान पर अवैध रूप से पंचायत भवन बनाने की कई बार कोशिश की गई लेकिन दोनों पक्षों के आमने सामने आ जाने से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पायी।
लोगों का कहना है कि मुसहरों की कब्रिस्तान की जमीन पर गांव की ऊंची जातियों और प्रशासन की मिली भगत से साजिश के तहत पंचायत भवन जबरदस्ती बनाने की कोशिश की जा रही है। गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पेरियार सन्तोष ने बैठक कर मामले की जांच पड़ताल की। पता चला कि पंचायत भवन के लिए पहले से ही अंचल कार्यालय द्वारा जमीन स्वीकृत है लेकिन दबंगों के कब्जे में है। इसलिए इन दबंगों और प्रखंड प्रशासन की साजिश के तहत मुसहरों की कब्रिस्तान पर अवैध रूप से पंचायत भवन बनाने की कई बार कोशिश की गई लेकिन दोनों पक्षों के आमने सामने आ जाने से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पायी। मामला गंभीर है, तनाव की स्थिति बनी हुई है।मामले की गंभीरता को देखते हुए बहुजन मुक्त्ति पार्टी के प्रदेश सचिव पेरियार सन्तोष जी ने कहा कि प्रशासन यदि जबरदस्ती की तो बहुजन मुक्ति पार्टी को मजबूरन जनांदोलन करना पड़ेगा जिसका जिम्मेवार खुद प्रशासन होगा।