तेलंगाना (भाद्रदरी कोठागुदेम ):- आज दिनांक 31 /12/2017 दिन रविवार को तेलांगना राज्य के भाद्रदरी कोठागुदेम जिला के बुदिदागाद्दा बस्ती इलाके में पासी समाज के लोगो की एक बैठक हुयी ,इस बैठक में तेलंगाना में मौजूद सभी पासी भाइयो के जागरूकता , शिक्षा , रोजगार और आपसी तालमेल , समाज को कैसे आगे ले जाया जाए इन सब मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा हुयी , साथ ही साथ सबसे बड़ा चर्चा का विषय ये रहा की तेलंगाना का पासी समाज अनुसूचित जाती का दर्जा कैसे हासिल करे , इन सब मुद्दों पर पासी समाज के लोग एक मीटिंग के रूप में एकत्रित हुए और सभी ने अपना अपना विचार रखा , इस सभा में मुख्य रूप से तेलंगाना पासी समाज के अध्यक्ष सत्यनारायण पासी , उपाध्यक्ष हीरा लाल पासी , सचिव बालाप्रसाद पासी , कोषाध्यक्ष बाबादीन पासी , और राज्य कार्यकारिणी के सदस्य राधेश्याम पासी उपस्थित हुए , इन सब ने उपर्युक्त सभी मुद्दों पर गहन विचार विमर्श किया ,
आपको बता दे की तेलंगाना में पासी जाती के लोग लगभग 10000 दस हजार से 15000 पन्द्रह हजार की जनसँख्या में है और तेलंगाना में इनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति दोनों ही दयनीय है बावजूद इसके तेलंगाना सरकार ने इन पासियो की अनदेखी करते हुए इन्हें पिछड़ा वर्ग में रखा है जबकि भारत के अन्य हिस्सों उत्तरप्रदेश , बिहार तथा झारखण्ड जहा पासी बहुतायत में पाए जाते है वहां पासी जाती अनुसूचित जाती में है ,
तेलंगाना में पासी जो आज है उनके पूर्वज करीब 129 साल पहले तेलंगाना गए थे , अंग्रेज उन्हें कोयला खदानों में काम करने के लिए लेकर गए थे तब से वे वाही बस गए और आज तक वही है , उन्होंने अनुसूचित जाती का दर्जा हासिल करने के लिए सरकार और सम्बंधित विभागों को बहुत लिखा , बहुत भागदौड़ की लेकिन सरकार और तंत्र इनकी एक नही सुन रही है , इन्होने अन्य राज्यों में पासी जाती के अनुसूचित जाती में होने का हवाला भी सम्बन्धित विभागों को आवेदन के माध्यम से जानकारी देकर दिया लेकिन आज तक कोई ठोस करवाई नही हुई , ये लोग अनुसूचित जाती का दर्जा हासिल करने के लिए आज के सभा में धरना प्रदर्शन और आन्दोलन करने का निर्णय लिया , सभा में महिलाओं की भी भागीदारी रही