वैसे दलित शब्द से हमारा शाब्दिक अंतर विरोध रहता है। लेकिन दलित दस्तक ने पासी समाज में जन्मे महा पुरुष को स्थान दिया , इसके लिए धन्यवाद ।
सबसे पहले मदारी पासी जी को अपने फ़्रंट पेज पर जगह दी श्री पासी सत्ता पत्रिका ने । फ़ेसबूक पेज पर डीपी भी लगाया गया । ऑनलाइन पत्रिका में लेख लिखे गए ।
नतीजा यह की पासी के अलावा इतर बहूजनो ने भी मदारी पासी की महानता को स्वीकार किया ।
उसी का नतीजा है प्रतिष्ठित प्रतिका दलित दस्तक ने हमारे महापुरुष मदारी पासी को पत्रिका के फ़्रंट पेज पर स्थान दिया इसके लिए पूरी सम्पादकीय टीम को बहुत बहुत धन्यवाद
हमारे प्रयासों का असर हो रहा है । श्री पासी सत्ता का दबाव देश के बुद्धजीवियों पर असर डाल रहा है । आप इसी तरह श्री पासी सत्ता का साथ देते रहें , यक़ीन करें हम देश में पासी जाति का डंका बजा कर मानेंगें।
धन्यवाद
श्री पासी सत्ता टीम