जेएनयू में पीएचडी दाखिले के लिए मौखिक परीक्षा का वेटेज करने वाले Dileep Yadav को हॉस्टल से निकाल दिया गया है। दिलीप और उनके साथी पीएचडी पहले से ही कर रहे थे।
वो अपने लिए नहीं लड़ रहे थे। वो सारे छात्रों के लिए लड़ रहे थे। सभी छात्रों के लिए अनशन कर रहे थे।अब कुलपति जगदेश कुमार इन सभी आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं को न पीएचडी पूरी करने दे रहा है, और न ही हॉस्टल में रहने दे रहा है।
ये आपके लिए अपना कैरियर दाँव पर लगा चुके हैं। आप लोग सलामत रहिए। पढ़िए-लिखिए, कैरियर बनाइए..बधाई हो-
-महेंद्र यादव दिल्ली