जनपद लखीमपुर खीरी ही नहीं पूरे भारत में पासियों के लिए संघर्ष करने वाले माननीय बंशीधर राज (बाबू जी) पूर्व मंत्री का नाम बड़े गर्व से लिया जाता है।
जब आरक्षण नहीं लागू हुआ था उस समय गन्ना सोसायटी के चुनाव से शुरुआत करने वाले माननीय बंशीधर राज प्रथम बार सामान्य सीट पर ब्लॉक बेहजम से प्रमुख चुने गए। उसके उपरांत मोहम्मदी विधानसभा से वे पांच बार विधायक भी बने इसके बाद दो बार जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे, सामान्य निर्वाचन 1995 में जिला पंचायत के अध्यक्ष भी रहे ,उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग के मंत्री भंडारागार निगम के अध्यक्ष, अनुसूचित वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष जैसे पदों पर रहकर जनता के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाई ।
इसी दौरान शुरुआत में बाबू जी ने पूर्व सांसद माननीय संकटा प्रसाद जी एवं इलाहाबाद के माननीय धर्मवीर जी, मसूरिया दीन पासी जी इत्यादि लोगों ने पासी समाज के लिए बहुत संघर्ष किया इंदिरा जी के समय में एक समय ऐसा आया जब उत्तर प्रदेश में कुछ लोगों ने हमारे पासी समाज को अनुसूचित जाति से निकलवाने का प्लान बनाया जिसके संघर्ष में बाबूजी एवं उपरोक्त सांसदों एवं धर्मवीर जी ने मिलकर माननीय प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा जी से मिलकर पासी समाज का पक्ष रखा और उसे अनुसूचित जाति में ही रहने देने के लिए कहा इन लोगों का संघर्ष काम आया और इंदिरा जी ने यह कहा कि पासी समाज अनुसूचित जाति का ही हिस्सा रहेगा ।
आज भी जनपद लखीमपुर खीरी ही नहीं आसपास के जिलों में उनके समर्थकों की संख्या भारी तादाद में है लखीमपुर जनपद में आज भी इनके एक इशारे पर लाखों मतदाता अपना वोट देता है इन्होंने पासी समाज के इतिहास को बढ़ाने के लिए छाउछ चौराहा लखीमपुर में महाराजा वीर शिरोमणि बिजली पासी की भव्य मूर्ति का निर्माण भी करवाया और पासी समाज के सम्मान को ऊंचे उठाने का काम किया ।
सन 2016 में इन्हें पुनः एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया गया वर्तमान में लोगों की तुच्छ राजनीति से आजिज होकर उन्होंने 2017 में जिला पंचायत अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और अपने मान और सम्मान को बनाए रखा और पासी समाज के स्वाभिमान को भी बनाए रखने में अपनी अहम भूमिका निभाई समाज के ऐसे योद्धा को कोटि कोटि प्रणाम ……गंगाराम राजवंशी की कलम से