बालसन चौराहे पर स्थित 8 कमरे का छात्रावास जिसमें अनुसूचित जाति के छात्र रहकर अध्ययन करते है। लेकिन दलित छात्रों का यहाँ रहकर पढ़ना ,कुछ भू -माफियाओं को अच्छा नही लग रहा है।
कुछ वर्षों से इस हॉस्टल पर दबंग किस्म के पूंजीपतियों और भू माफियाओं की बुरी नज़र है। हॉस्टल 70 साल पुराना है। सत्र 1952 में तत्कालीन सांसद रहें स्व0 महाशय मसुरियादीन ने दलित छात्रों के लिए इलाहाबाद शहर में 6 हॉस्टल संचालित करवाएं थे।
उनमें से अब तीन ही छात्रावास बचें है एक बलुआघाट में दूसरा राजपुर स्थित आदि हिन्दू छात्रावास तीसरा 2 -बी हाशिमपुर रोड पर स्थित है। इस छात्रावास को संचालित करने के लिए समाजकल्याण विभाग अनुदान भी दिया करता था लेकिन भू माफियाओ ने उसे बंद करा दिया। और सारे दस्तावेज़ गायब कर दिए।
अब फर्जी रजिस्ट्री दिखाकर आए दिन रहने वाले छात्रों को खाली करने के लिए दबाव बनाया जाता है। जिसमे पुलिस छात्रों को परेशान करती है। परेसान होकर दलित छात्रों जा एक समूह आज भाजपा के अनुसूचित मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद विनोद सोनकर मिलकर उत्पीड़न की शिकायत की ,जिस पर सांसद ने गम्भीरता से लेते हुए तत्काल कार्यवाही के आदेश दिए है।