शहीदवाल हिन्दू महिला इंटर कालेज सिविल लाइंस इलाहाबाद का निर्माण, अवैध कब्जा व अवैध निर्माण करार दिया। जैसा कि मालूम होगा कि हिन्दू महिला इंटर कालेज किराये पर चल रहा है, इसकी जमीन भवन व चहारदीवारियां का मालिकाना हक व मालिक श्री राजीव दबे जी हैं। उन्होंने कहा कि मेरी दीवाल पर बिना मेरी अनुमति के उसमें जो चित्र लगाकर शहीदवाल नाम दिया वह पूर्णतः अवैध कब्जा व अवैध निर्माण है। मेरे किरायेदार हिन्दू महिला इंटर कालेज की प्रबंध समिति व प्रबंधक को किसी तरह का कोई अधिकार मेरे जमीन पर निर्माण करने व किसी को निर्माण करने को कहने का नहीं है।
यह एक वीरेन्द्र पाठक की साजिश व षडयंत्र है जो पूर्व सैनिकों, दानदाताओं व आम जनों को गुमराह कर उनके साथ धोखाधड़ी व चार सौ बीस का कार्य किया है। जिससे पूर्व सैनिक जबकि कारगिल वीर शहीद लालमणि यादव के चित्र को निकालकर फेंक देने व शहीदों के अपमान पर आक्रोशित हैं वहीं यह जानकर कि वीरेन्द्र पाठक का शहीदवाल बनाने के पीछे कालेज के अंदर कब्जा करने व एएनआई का कार्यालय चलाकर हर माह दस हजार रूपये किराया बचाने व निजी लाभ लेने के लिए बनाया ।
इसी तरह तमाम अवैध क्रियाकलाप व षडयंत्र तथा साजिशपूर्ण जानकारियों से सभी पूर्व सैनिक एक बैठक कर यह निर्णय लिया कि इस अवैध कब्जा व अवैध निर्माण से हम लोगों का कोई वास्ता नहीं है और हमें इससे दूरी बनानी चाहिए।
समाजसेवी श्याम सुन्दर सिंह पटेल ने बैठक के दौरान कहा कि हम शहीदों के सम्मान में व देशभक्ति के कारण वीरेन्द्र पाठक के मीठी मीठी बातों से प्रभावित होकर शामिल हुए थे और तन मन धन से सहयोग किया व तमाम उदारमना दानदाताओं से भी दान दिलाया ।
लेकिन खेद के साथ मैं सभी दानदाता बन्धुओं व मेरे वजह से शहीदवाल से जुड़ने वाले भाइयों से अनुरोध करता हूं कि वह अब शहीदवाल के कार्यक्रमों व क्रियाकलापों से अपनी दूरी बनावें नहीं तो हम सब एक दिन गैर कानूनी कार्य अवैध कब्जा व अवैध निर्माण के दोषी होंगे। यहाँ पर अपने उदारमना भाव का परिचय देते हुए ‘छोड़ी राम अयोध्या, जो पावे सो खाए’ के तहत धैर्य का परिचय दें ।
(श्याम सुंदर सिंह पटेल के फेसबुक वॉल से प्राप्त जानकारी)