शेरो के शेर बब्बर शेर….
विधायक अशोक कुमार चौधरी जी,
आज़ादी के 68 वर्षो में पहली बार….
किसी अनुसूचति जाति द्धारा सामन्य सीट काँटी विधानसभा ,मुजफ्फरपुर (बिहार) से निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए सत्ताधारी पार्टी जदयू के निवर्तमान विधायक व् पूर्व मंत्री अजित कुमार को 9275 मतों से हराकर पहली बार विधायक बने..और
भारत के इतिहास में अपने नाम को सुनहरे अक्षर से लिखवाते हु एक कृतिमान स्थापित किये।
विधायक जी के अनुसार ये जीत स्वर्गीय जीत है क्योकि उनकी जाति(पासी) की संख्या मात्र 669 है…
मैं उनको पत्रिका भेंट कर अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हु ।
विधायक जी के छात्रजीवन से राजनितिक जीवन की विस्तृत जानकारी “श्री पासी सत्ता पत्रिका” के अगले अंक में छापी जाएगी ।धन्यवाद
नोट- 1977 में 38 साल पहले अनुसूचति जाति के रामसुंदर दास जी भी सोनपुर(बिहार)के सामान्य सीट से विधायक बने थे पर ..वो। “जनता पार्टी” से चुनाव लड़े थे