सोशल मीडिया जितना उपयोगी है उसका उपयोग करने में भी सावधानी बरतनी चाहिए ।
इंटरनेट पर मौजूद हर अफ़वाह और उड़ती खबर को सच मानने से पहले, उसकी जांच करनी कितनी ज़रूरी है, ये आपको इस ख़बर से मालूम पड़ेगा.
हाल ही में इंटरनेट पर वायरल होती एक तस्वीर में BSF जवान तेजबहादुर यादव को मृत दिखाया गया है. वही तेजबहादुर, जो फ़ौज में घटिया खाने पर वीडियो बनाकर रातों-रात सुर्खियों में आ गए थे. मामला संवेदनशील था और बीएसएफ़ जवान से जुड़ा हुआ था, शायद इसलिए ही लोग इस तस्वीर को जमकर शेयर कर रहे थे.
लेकिन कई न्यूज़ चैनलों ने जाँच किया तो पता चला है की ख़बर फ़र्ज़ी है । टाइम्ज़ की एक वेब्सायट ने भी कन्फ़र्म किया है कि तेज़ बहादुर की यह ख़बर फेंक है ।
न्यूज़ एजेन्सीयो केअनुसार बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (बीएसएफ़) और यादव की पत्नी ने इन अफ़वाहों को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने बताया कि तेजबहादुर ज़िंदा है और पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
फ़ेसबुक और ट्विटर पर वायरल हो रही इस तस्वीर में जवान की आंखें बंद थी, नाक से खून बह रहा था और चेहरे का कुछ हिस्सा एक कपड़े से ढका हुआ था. इस जवान की तस्वीर यादव से काफी मिलती-जुलती है, पर जिसे यादव बताया जा रहा है वह दरअसल सीआरपीएफ़ का एक जवान है. कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में तैनात इस जवान की माओवादी हमले में मौत हो गई थी.
यादव की पत्नी शर्मिला यादव ने भी इन अफ़वाहों को झूठा करार दिया. उन्होंने कहा कि एक सीनियर जवान ने वायरल होती इन तस्वीरों को देख, मुझे संपर्क किया. मैंने अपने पति को फ़ोन लगाया और उनसे बात की है. वे बिल्कुल ठीक हैं और जम्मू के सांबा ज़िले में ड्यूटी पर तैनात हैं.
यादव की फ़र्जी तस्वीर के मामले में बीएसफ़ ने आधिकारिक तौर पर किसी तरह की जांच शुरू नहीं की है, पर एक अधिकारी का कहना है कि इनमें से कुछ पोस्ट्स को ऐसी आईडी से शेयर किया गया है, जिनके नाम तो भारतीय हैं, लेकिन इन पोस्ट्स की लोकेशन संदिग्ध है. ऐसे में इनकी जांच किए जाने की ज़रुरत है.
गौरतलब है कि यादव ने हाल ही में एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने बॉर्डर पर मिलने वाले घटिया स्तर के खाने की निंदा की थी. इस वीडियो में उन्होंने आर्मी अफ़सरों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए थे.
वीडियो के वायरल होने के बाद यादव की पत्नी ने दावा किया था कि उनके पति को धमकाया जा रहा है और प्रताड़ित किया जा रहा है. हालांकि बीएसफ़ ने इन दावों को सिरे से नकार दिया था और कहा था कि यादव जम्मू में तैनात हैं और अपने परिवार से किसी भी समय बात कर सकते हैं.
तो अगली बार यह ज़रूर ध्यान रखे की किसी तस्वीर को शेयर करने से पहले उसकी जांच-परख ज़रूर कर लेना, कहीं फ़ेक तस्वीरें शेयर करने में आप भागीदार न बन जाएं.
सोर्स – विभिन्न न्यूज़ एजेन्सी