कानपुर / किसी-किसी के जीवन में राजयोग होता है तो आता है, जाता है और फिर आता है। सुश्री कमलरानी ने राजनीति में पहला कदम सीसामऊ, कानपुर से भाजपा सभासद के रूप में रखा और वर्ष 1996 म़े वहीं से सीधे घाटमपुर लोक सभा से सांसद के रूप में शोभायमान हुईं। हलाकि 11 वीं लोकसभा अल्प अवधि की रही। सत्र 1998 में मध्यावधि चुनाव हुए तो घाटमपुर से ही वें 12 वीं लोकसभा की फिर सांसद चुनी गयीं। अब हाल में हुए उ०प्र० विधानसभा चुनाव में घाटमपुर से ही भाजपा विधायक चुनी गई हैं ।
(अपनी बेटी ट्विंकल के साथ नव निर्वाचित विधायक कमलरानी जी )
कानपुर के 218 ,घाटमपुर क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कमलरानी ने 45000 के रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कर ली है। इसके पहले भी वह लोक सभा में इस सीट को पहली बार भारतीय जनता पार्टी के लिए जीत चुकी हैं और कमलरानी भाजपा की वरिष्ठ नेता है जो कि अटल जी के काफी करीब मानी जाती हैं । जिन्होनें महिला सशक्तिकरण तथा युवा कल्याण के लिए अपने सांसद कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किये हैं | बीजेपी हमेसा से ही अपने पुराने कार्यकर्ताओ मंत्रियो, नेताओ का सम्मान करती है और उनके ऊपर अत्यधिक विश्वास भी करती है | इसलिए कयास लगाये जा रहे है की दो बार लोकसभा में सांसद रही पासी समाज से सम्बन्ध रखने वाली कमलरानी जी को उत्तर प्रदेश सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है |
कमल रानी जी दो बार लोकसभा सांसद रही हैं | कमल रानी जी के अनुसार वे हमेशा ही पार्टी के आदर्शों पर चलते हुए जीत हांसिल की है । कमल रानी अपनी जीत का श्रेय जनता और प्रधानमंत्री मोदी का कामकाज को बताती है। उनकी शक्शियत अपने आप में अलग है उन्हें देश की जनता ने अपना प्रतिनिधि चुना है उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत दे कर देश की जनता ने हमारी पार्टी पर विश्वास दिखाया है जिसे हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में जनता के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे | घाटमपुर की जनता के सभी वर्गों ने उन पर भरोसा किया और अपना अमूल्य समर्थन देकर वोट किया |
उन्होंने अपने द्वारा किये गए कामो के बारे में बताया था कि हमने अपना अनुदान यहाँ तबसे दिया है जब हम यहाँ सांसद हुए थे | उस समय हमें केवल डेढ़ वर्ष का समय मिला था | इतने कम समय में किये गए कामो को लोग आज तक याद करते है | अब इस बार हम 18 वर्ष के अन्तराल पर चुनाव लड़ रहे है | लोगो को पता है कि अगर इतने कम समय मिलने पर हमने घाटमपुर का विकास किया है | तो आगे आने वाले समय में भी यहाँ का विकास करेंगी | इसलिए जनता हमारा समर्थन करती है। कमलरानी जी मूलरूप से बाराबंकी की रहने वाली है । उनकी शादी कानपुर जिले में हुई है। वे अपनी राजनीतिक पारी भाजपा से एक सभासद के रूप में शुरू की है।
(उनका यह चित्र वर्ष 2008 में लेखक व कथाकार बृज मोहन जी द्वारा एक निजी समारोह में लिया गया है। जिसमे लेखक की पत्नी श्रीमती मनोरमा मोहन जी पीछे बैठी है। )
उपेंक्षित समाज और उसमे खासकर महिलाएं को भारी मतों से कानपुर की जनता ने जीत दिलायी!इसके लिए मेरी ओर से हार्दिक बधाई