पासी समाज भाजपा को वोट क्यों न दें ?

पासी समाज की राजनैतिक जागरूकता अभियान पार्ट- 1

कल यानी 30 दिसम्बर को भाजपा ने अनुसूचित जाति मोर्चे की तरफ से पासी समाज का सम्मेलन लखनऊ में किया गया । जिसमें ज्यादातर भाजपाई नेताओं द्वारा झूठ बोला जा रहा था जो इनका स्वाभाविक गुण हैं । पासियों के कुछ नेताओं पर भाजपाई रंग चढ़ चुका है। सावधान रहिएगा ! अब ये पासी समाज के नेता नही बल्कि भारतीय जनता पार्टी के नेता हो चुके हैं। जिनके झांसे में आने से बचे ,ये झूठ पे झूठ बोलते है।

30 दिसम्बर को हुए पासी सम्मेलन में एक भी नेता ने महाराज सुहेलदेव पासी का नाम नही लिया ,और इस पासी सम्मेलन में मुख्यातिथि उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा कह रहा है कि 1952 में जरायम एक्ट हटाने में मसूरियादीन के साथ जनसंघ के नेता धरने पर बैठे थें ? कितना हास्यास्पद बात है जब यह नेता सफेद झूठ बोल रहा था तो पूरा समाज मुंह मे दही जमाये बैठे सुन रहा था। यही दिनेश शर्मा पासियों के भरपूर समर्थन से जब लखनऊ का मेयर बना तब राजा लाखन पासी के नाम गोमती तट पर वन विभाग की जमीन पर एक स्मृति उपवन बनाने की घोषणा की लेकिन आजतक वह उपवन नही बन सका और पासियों के वोट के बल पर यह मेयर से उपमुख्यमंत्री बना गया । इसी बीच सांसद कौशल किशोर ने वीरांगना ऊदा देवी 100 फिट की प्रतिमा लगवाने की बात कह दीं । लेकिन पैसा और लोहा पासियों से लेने की बात जोड़ी ।

सावधान रहिये ,भाजपा की तरफ से तुम्हारे वोट के लिए कुछ रँगवा सियार छोड़े जाएंगें। जो तुम्हे झूठी कहानी और इतिहास बताकर तुम्हारे वोट की हत्या करवाएंगे।

लेकिन जब ये तुमसे समर्थन माँगने आएं तो यह सवाल जरुर पूछना कि भापजा में पासी समाज से 23 विधायक है , 6 संसद है । इतनी बड़ी आबादी को देश और प्रदेश की कैबिनेट में जगह क्यों नही दिया ? क्या महाराजा बिजली पासी के किले का सौंदरीकरण हुआ ? महाराजा बिजली पासी के किले की झील में बने कांशीराम स्मृति उपवन का नाम बदलकर बिजली पासी स्मृति उपवन हुआ ?

पासी समाज के अधिकारियों की नियुक्ति महत्वहीन पदों पर क्यों किया ? 82बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी चन्द्र प्रकाश जी की जगह 84 बैच के अधिकारी अनूप चन्द पांडेय को मुख्य सचिव क्यों बनाया ? सरकारी आयोग / बोर्ड और निगमों में पासी समाज की क्या भागीदारी हैं ?

यह भी पूछना की विश्वविद्यालय के छात्र दिलीप सरोज की निर्मम हत्या पर किये गए वादों का क्या हुआ ? उसके भाई को नौकरी ,परिवार को 50लाख रुपये , और सुरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस मिला ? क्या प्रतापगढ़ में इंस्पेक्टर अनिल सरोज की हत्या करने वालों को सजा मिली ? आज़मगढ़ के मोहन पासी को जेल से निकालकर हापुड़ में फ़र्जी एनकाउन्टर की उच्यस्तरीय जांच हुई क्या ?

इसके अलावा यह भी पूछना कि देश और समाज के नाम कुर्बान हुए वीरांगना ऊदा देवी ,क्रांतिकारी मदारी पासी , वीरा पासी जैसे नायकों के नाम पर कोई योजनाएं संचालित है हुई क्या ? पासी महापुरुषों का इतिहास पाठ्यक्रमों में अभी तक शामिल क्यो नही किया गया ? ऐसे अनेक सवाल हैं जिसे आप पूछकर पासी समाज के भाजपाई नेताओं के मुँह बंद कर सकते है। क्योंकि मेरा दावा हैं इनके पास इन सवालों के जबाव नही होंगे ।
आपका
संपादक ,श्रीपासी सत्ता पत्रिका

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