श्री आर 0के0सरोज” अर्जुन सागर” प्रतापगढ़ी की जागृति वाणी एवं सरस्वती प्रसाद रावत की काव्य प्रबोधिनी काव्य कृतियां आज उनको साहित्यकार के रूप में स्थापित कर गईं।दोनो काव्य कृतियों के विमोचन एवं लोकार्पण के अवसर पर लखनऊ के नामचीन साहित्यकारों की उपस्थिति एवम उनका समीक्षात्मक उदबोधन, तत्पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित सभी साहित्यकारों का सम्मान कार्यक्रम को चार चांद लगा गया।कवि सम्मेलनों के संचालन के भीष्मपितामह अगीत विधा के शशक्त हस्ताक्षर पंडित रंगनाथ मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित हुआ ।
इसभव्य कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व पुलिस महानिदेशक महेश चंद द्विवेदी जी, साहित्यकार डॉ अजय प्रसून जी, ओम नीरव जी, गोबर गणेश जी अशोक अनहद जी डॉ अशोक अज्ञानी जी, डॉ रामबहादुर मिश्र जी सहित भारी संख्या में सुप्रसिद्ध साहित्यकार उपस्थित रहे।मुझे भी साहित्यकार/कवि के रूप में सम्मानित किया गया। गौरव एवं आनंद के कुछ यादगार लम्हे।
_रामयश विक्रम