गाजीपुर. उत्तर प्रदेश में कानून ब्यवस्था एकदम बिगड़ चुकी है। अपराध मुक्त प्रदेश की दवा करने वाली सरकार के मंत्री राजभर के करीबी माने जाने वाले प्रधान पति को अपराधियों ने गोली मार दी तो आम नागरिकों क्या हालत हो सकते है। आप खुद इसका अंदाजा लगा सकते है।
गाजीपुर जिले में बाइक सवार बदमाशों ने प्रधानपति जयशंकर राजभर को गोली मार कर फरार हो गए । गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत चिन्ताजनक होने पर उन्हें वाराणसी के लिये रेफर कर दिया गया। उन्हें गोली उस समय मारी गयी जब वह गाजीपुर से अपने घर बल्लीपुर जा रहे थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जयशंकर राजभर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के करीबी भी बताए जा रहे हैं।
बताया गया है कि गाजीपुर के शादियाबाद थाना क्षेत्र के बल्लीपुर गांव के रहने वाले जयशंकर राजभर की पत्नी प्रधान हैं। जयशंकर किसी काम से शनिवार को गाजीपुर शहर गए थे। देर शाम वह वापस बल्लीपुर गांव लौट रहे थे। इसी दौरान गाजीपुर सदर कोतवाली इलाके के नूरुल्लाहपुर गांव के पास दो बाइक सवार बदमाश आए और जयशंकर को गोली मार दी। गोली लगते ही वह घायल होकर गिर गए और तड़पने लगे। जब बदमाश भाग रहे थे तो जयशंकर ने शोर मचाया। शोर से डरकर बाइक सवार बदमाश वहां से भाग निकले। लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गइ। ग्रामीणों की मदद से जयशंकर राजभर को जिला अस्पताल भिजवाया गया। वहां हालत गंभीर होने पर उन्हें वाराणसी रेफर किया गया।
जयशंकर राजभर ने बताया कि वो आमघाट मुहल्ले में लोगों की नसें बैठाने का काम करते हैं। देर शाम घर जा रहे थे तभी यह घटना हुई। बुजुर्गा की ओर से लाल रंग की बाइक पर देा बदमाश मुंह बांधे आए और उनके ऊपर फायरिंग करने लगे। उन्हें गोली मारने के पीछे क्या वजह ये वह भी नहीं बता सके। हालांकि पुलिस को मामला पुरानी रंजिश का लग रहा है। फिलहाल पुलिस तहरीर के आधार पर कार्रवाई की बात कर रही है।
सवाल यह है कि राजभर औऱ राज पासियों की हत्याएं कब तक होती रहेगी ।इस समुदाय के लोग समाज के गुंडे ,सामन्तो से लड़ते है तो पुलिस मार देती है। चुप रहते है तो गुंडे मार दे रहे है। आखिर उत्तर प्रदेश में कानून ब्यवस्था भर – पासियों को सुरक्षा क्यों नहीं दे पा रही है ?