पटना (बिहार) :- बीते 01 जनवरी 2018 पुणे भीमा कोरेगाव की हिंदूवादी संगठनों आरएसएस और अन्य संगठनों द्वारा शौर्य दिवस मानाने जा रहे दलितों पर किये गये हमले की घटना को लेकर पुरे देश के मूलनिवासी बहुजनो में रोष है , इसका असर महाराष्ट्र बंद से पता चल रहा है है साथ ही देश के कोने कोने से अनेको दलित और बहुजन संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस का पुतला दहन किया जा रहा है और इस मामले की किसी हाइकोर्ट के सिटिंग जज के उच्चस्तरीय जांच कराइ जाने की मांग की जा रही है , इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना के कारगिल चौक पर इंडियन स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन व भीम आर्मी बिहार की ओर से भीमा कोरेगाव हमले के विरोध में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस का पुतला दहन करते हुए उन पर ये आरोप लगाया गया की उनको पता था की इस बार शौर्य दिवस का 200वा वर्षगाठ है तो भीड़ तो जुटेंगी ही तो इसके अनुपात में उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था क्यों नही करायी , भीमा कोरेगाव दलित हमलो के पीछे आरएसएस , शम्भाजी भिड़े और हिन्दू एकता मंच के संस्थापक मिलिंद एकबोते का हाथ है और इन सभी को महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार और बीजेपी पार्टी का भी समर्थन प्राप्त है , आपकी जानकारी के लिए बता दू की भीमा कोरेगाव हिंसा में शम्भाजी भिड़े और मिलिंद एकबोटे पर प्रथिमिकी दर्ज हो चुकी है , ये शम्भाजी भिड़े वही है जिसे पीएम मोदी अपना गुरु भी मानते है ,
बिहार की राजधानी पटना के कारगिल चौक पर बुधबार को करीब सौ डेढ़ सौ की संख्या में छात्रो ने पुतला दहन तथा प्रदर्शन किया , भीम आर्मी बिहार तथा इसवा के प्रदेश अध्यक्ष अमर आजाद ने कहा की महाराष्ट्र के पुणे के भीमा कोरेगाव में हिन्दू आतंकवादियों द्वारा दलितों पर जानलेवा हमला बेहद शर्मनाक है ,भाजपा सरकार के कार्यकाल में दलितों पर अत्याचार बाधा है जिस देश का संविधान बाबा साहेब आंबेडकर ने बनाया , उनके समुदाय के लोगो पर अभी तक अत्याचार हो रहा है , दलितों को सिर्फ वोट लेने क्ले समय हिन्दू का दर्जा दिया जाता है , चुनाव ख़तम होते ही आरएसएस और बीजेपी के लोग दलितों को दरकिनार कर देते है ,
मौके पर रामबाबू , दीपक कुमार , संजीत , विकाश कुमार, अनुज , गौतम ,त्रिलोकी , संतोष कुमार, दामोदर कुमार ,सुभाष पासवान, अमरदीप राणा , रणजीत , अजय यादव , प्रवीण कुमार मौजूद थे