याद कीजिए लोक सभा का चुनाव लड़ रहें पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने मंच पर मायावती के पैर छुयें थे। तब पासियों के स्वाभिमान को ठेस पहुँची थीं । उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब चली।
लेकिन जानकारी के लिए आपको बता दें कि लोकसभा में बाराबंकी से बसपा प्रत्याशी रहें कमला रावत ने तो हद की कर दीं थी , मंच पर मायावती के आते ही पैर छूने लगे तो फिर रुके नही, जब माया की निगाह उनकी तऱफ जाएं कमला रावत झट से पैर छू लेते । यह सिलसिला पचीसों बार हुआ। उनकी भी खूब बेइज्जती कर लोगों ने हंसी उड़ाई।
लेकिन भाजपा में राज्य मंत्री सुरेश पासी ने सबका रिकॉर्ड तोड़ दिया । एक दरोगा का ट्रांसफर कराने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के एक लाख बार पैर छुयें । यह बात उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहीं।
अब विधायक मिल्कीपुर गोरख नाथ बाबा का बड़ा चाटूकारिता भरा कदम देखिए कि उन्होंने अपने कार्ड में ही लिखवा दिया है ” योगी चरण सेवक”
इन कथित नेताओं को संसदीय मर्यादाओं का भी ख्याल नही रहता ? न तो इनके नेता इन्हें कभी फटकार लगाते है। क्योकि वें चाहते है कि ये दरित्र बनकर रहें ,इनका मानसिक विकास न हो पाए।
इसीलिए तो भाजपा में कई पढ़े लिखे अनुभवी पासी नेताओं के रहते सिर्फ बारहवीं तक पास सुरेश पासी को राज्य मंत्री का झुनझुना थमा दिया गया है। जिसे लेकर वे 2019 के लोकसभा के चुनाव तक बजाते रहें । क्योकि जगदीशपुर विधानसभा में एक लाख से ऊपर पासी मतदाता है।
स्मृति ईरानी यह सीट कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से छीन कर भाजपा की झोली में डालना चाहती है। अगर ईरानी की यह रणनीतिक योजना सफल नही हो पाती तो सुरेश का मंत्री पद भी जा सकता है।