पटना बिहार :- बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार 27 अगस्त को आयोजित राजद की भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली में एक बार फिर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नितीश सरकार द्वारा शराबबंदी के नाम पर किये जा रहे पासी उत्पीड़न के मुद्दे को मुख्यता से उठाया । लालू प्रसाद यादव इस मुद्दे पर पूर्व में भी बोल चुके है ।
विशेष बाते :-
- लालू यादव ने शराबबंदी की आड़ में पासियो को परेशान करने का सरकार पर लगाया आरोप
- लालू यादव ने बोला की 40000 पासी है जेलो में बंद
- प्रदेश में 20 लाख पासी ताड़ी के रोजगार पर है आश्रित
- बिहार में सरकार और पुलिस कर रही पासियो को प्रताड़ित
लालू यादव ने पासी उत्पीड़न के मुद्दे पर बोलते हुए कहा की नितीश सरकार उनके अधिकारी और पुलिस शराबबंदी की आड़ में पासियो को बेवजह प्रताड़ित कर रही है जबकि प्रदेश में अभी फ़िलहाल ताड़ी के बिक्री पर कोई प्रतिबन्ध नही है उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की जब तक सरकार द्वारा नीरा की बिक्री का प्रतिबंध नही कर लिया जाता है तब तक प्रदेश में ताड़ी बिक्री पर प्रतिबन्ध नही रहेगा ऐसा बिहार सरकार ने एक निर्देश जारी करके कहा था तब इसी मुद्दे पर उन्होंने सरकार और पुलिस पर सवाल करते हुए कहा की फिर पुलिस क्यों पासियो को गिरफ्तार करके जेल भेज रही है ,क्यों उनका घर जब्त किया जा रहा है क्यों उनलोगो पर शराबबंदी का कानून लगाया जा रहा है , लालू प्रसाद यादव ने जानकारी देते हुए कहा की पुरे बिहार में पासी समुदाय के करीब 40000 चालीस हजार लोग जेल में बंद है ।
लालू यादव पहले भी बोल चुके है ताड़ी पर प्रतिबन्ध हटाने को लेकर
आपको बता दे की पिछले साल 2016 में जब ताड़ी पर प्रतिबन्ध को लेकर बिहार सरकार और पासी समाज के लोगो के बिच मतभेद और स्पष्ट स्थिति नही थी और लोग सरकार के फैसले के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे तब सरकार के सहयोगी रहे राजद पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने पासी समाज के पक्ष में सरकार की स्थिति स्पष्ट करते हुए 28 जुलाई 2016 दिन गुरुबार को एक बयान दिया की ताड़ी पर कोई प्रतिबन्ध नही रहेगा , ताड़ी पर हमार कानून लागू रही । इसके उलट शुक्रवार 29 जुलाई 2016को नया शराबबंदी कानून सामने आया, जिसमें ताड़ी पर भी पाबंदी का जिक्र था। इसके बाद राजद के तेवर कड़े होने की चर्चा रही। आखिरकार, शनिवार को उत्पाद और मद्य निषेध मंत्री का बयान आया कि राज्य में ताड़ी पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
- 1991 मेंलालू प्रसाद ने सीएम रहते ताड़ी के सेवन पर नए नियम बनाए थे।
1991 में लालू प्रसाद के मुख्यमंत्रित्वकाल में ताड़ी के उपयोग के बारे में राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी की। इसके अनुसार तय हुआ कि ताड़ी, कहां-कहां (किन-किन स्थानों पर) नहीं पी जा सकती है। यानी, यह प्रतिबंधित नहीं है। म्युनिसीपल और कॉरपोरेशन एरिया में- घाट, शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, धार्मिक स्थान, फैक्ट्री, पेट्रोल पंप, रेलवे स्टेशन/ यार्ड, बस स्टैण्ड, दलित बस्ती, लेबर कॉलोनी, नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, सार्वजनिक स्थान या कोई स्थान जिसे प्रतिबंध के दायरे में लाया जाना जरूरी हो और गांव के भीतर-वर्जित क्षेत्र माने गए हैं। ताड़ी, म्युनिसीपल और कॉरपोरेशन एरिया की चौहद्दी से कम से कम 50 मीटर दूर। अन्य प्रतिबंधित स्थानों से 100 मीटर दूर बेची जा सकती है। यह दूरी वैसे ही माफी जाएगी जैसे हवाई दूरी (एरियल डिस्टेंस या क्रो-फ्लाई) मापते हैं। इन प्रतिबंधित स्थानों को छोड़कर कहीं भी ताड़ी बेची या पी जा सकती है।
लालू के अलावा बिहार के दो और नेताओ ने ताड़ी प्रतिबन्ध पर अपना मत स्पष्ट किया है इन नेताओ का कथन देखे निचे । बावजूद इसके पासी लोगो को बिहार सरकार और पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है ।
- नीरा कारोबार शुरू होने तक पुरानी स्थिति रहेगी बरकरार।
अशोक चौधरी,
पूर्व शिक्षा मंत्री बिहार
बिहार में ताड़ी पर कोई प्रतिबंध नहीं है। और ही इस पर बैन लगाया जा रहा है। –
तेजस्वी यादव,
पूर्व उप मुख्यमंत्री, बिहार