स्वतंत्रता दिवस पर जुटे डीसी हॉस्टल के पुरनिये , कहा हमारी विरासत की पहचान है यह हॉस्टल !

स्वतंत्रता दिवस की 71 वीं वर्षगांठ पर बालसन चौराहे पर स्थित 70 वर्ष पुराना डी० सी० छात्रावास में रहकर पढ़ने वाले पुरनियें छात्रगण इकट्ठा हुए, इनमे से पूर्व राज्य मंत्री श्री रामानन्द भारती , पूर्व सांसद रामनिहोर राकेश, पूर्व कमिश्नर तथा यहाँ से पढ़कर निकले कई अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, अधिवक्ता तथा समाजसेवी आदि लोगों का जमावड़ा रहा । इस अवसर पर छात्रों ने विचार संगोष्ठी का आयोजन किया था, जिसमे वर्तमान परिदृश्य के दलित छात्रों की दशा व दिशा पर जमकर चर्चा हुई । मुख्य अतिथि के रूप में बारा विधायक डा० अजय कुमार भारती तथा सोराव विधायक डा० जमुना प्रसाद सरोज रहें । छात्रों को संबोधित करते हुए डाॅ० अजय भारती ने कहा कि डी० सी० छात्रावास हमारे पुरखों की विरासत है, इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है, तो वहीं डा० जमुना प्रसाद सरोज ने बच्चों को पढ़ने लिखने की बेहतर नसीहत दी गई और कहे कि देश और समाज की दशा व दिशा आप जैसे छात्रों नौजवानों की कंधों पर है। 


 पूर्व राज्य मंत्री श्री रामानन्द भारती जी ने बच्चों से डी० सी० छात्रावास मे रहने के दौरान अपने अतीत की यादों को छात्रों से साझा किया और बताया कि इस हास्टल मे मै भी 5 वर्ष रहा हूँ, उस दौर मे इसे आई० ए० एस० (IAS) की फैक्ट्री कहा जाता था, इसमे से कई आई० ए० एस० (IAS) पीसीएस  (PCS) और कई न्यायाधीश (जज) निकले हैं। यह छात्रावास महाशय मसुरियादीन (भूतपूर्व सांसद) द्वारा स्थापित किया गया था। 
पूर्व सांसद रामनिहोर राकेश छात्रों से लम्बी बातचीत की उन्होंने कहा कि छात्रों को कोई भी परेशानी होगी तो वह हमारी परेशानी होगी, इसके लिए हम तैयार है। पूर्व ब्लाक प्रमुख चायल गिरीश पासी ने छात्रों के साथ हमेशा खड़े रहने की बात कही ।  

पूर्व छात्र नेता व सम्पादक अजय प्रकाश सरोज ने बताया कि 1952 ई० तत्कालीन सांसद महाशय मसुरियादीन द्वारा पूरे इलाहाबाद शहर मे दलित छात्रों के लिए 6 छात्रावासों की स्थापना हुई जिसमे राजापुर का आदि हिन्दू छात्रावास, बलुआघाट, डी० सी० छात्रावास एक लीडर रोड पर तथा एक दारागंज, और 6 वीं महाशय मसुरियादीन ने खुद अपने आवास पर छात्रों के लिए हास्टल खोला था, इनमे से राजापुर का छात्रावास तथा बालसन चौराहे  (डी० सी०) छात्रावास ही बचा है, बाकी पूंजीपतियों ने कब्जा कर लिया है, हमे इन्हे बचाना होगा। 
इस अवसर पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, रामसिंह जी, लालजी, सुनील वर्मा जी, राजू पासी, महाशय मसुरियादीन के प्रपौत्र सचिन प्रकाश, अजय विक्रम, नीरज पासी, सुनील यादव, नितिन पासी, विरेंद्र निर्मल, नाथूराम बौद्ध, लालाराम सरोज, सुरेंद्र मोहन आदि ने अपने विचार रखे । 
कार्यक्रम में डी० सी० छात्रावास, बलुआघाट, हिन्दू हास्टल व आइसा के छात्र तथा समाज के बुद्धिजीवी वर्ग, अधिवक्ता गण एवं समाजसेवी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम की विधिवत् शुरुआत राष्ट्रगान के पश्चात शुरू हुआ। संचालन इ० वि० वि० छात्रनेता सुनील कुमार तथा अजय प्रकाश सरोज ने संयुक्त रूप से किया।

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