स्वागत कीजिये ! उत्तर प्रदेश में सरकार बनते ही एंटी रोमियों स्वायड बनाकर प्रेमी युगलों को पिटवाने वाली सरकार अब शगुन में नवविवाहितों को कंडोम देने की पहल की है ।
सच कहा गया कि जो बछड़ा अधिक उछलता-कूदता हो उसके कंधे पर जुवाठ या भार रख दीजिए फिर देखिए वह कितना नरम,लोचवान,समझदार और व्यवहारिक हो जाता है।योगी जी ने प्रत्येक समस्याओं के मूल मे बसे जनसंख्या बृद्धि को दिमाग मे रख के गृहस्थ जीवन के प्रारंभिक अवस्था मे ही जनसंख्या नियंत्रण का जो खाका तैयार कर युवाओं को जागरूक करने का प्रयत्न सरकार की तरफ से करने का संकल्प लिया है,वह सराहनीय है।
योगी जी द्वारा नव विवाहित जोड़ो को शगुन में कंडोम आदि देने के ऐलान पर मेरे एक साथी ने कहा कि योगी जी तो योगी और अविवाहित हैं फिर उन्हें कंडोम आदि के बारे में क्या पता?मैने अपने उस साथी से कहा कि डॉ लोहिया भी अविवाहित थे लेकिन नारी स्वतन्त्रता,नारी सम्मान व नारी समस्याओं पर वे जितना बेबाक बोलते और उसे लागू करने का संकल्प दिलाते थे,उतना शायद ही कोई शादी-शुदा पुरुष सोचता और समझता हो।मैने अपने उस साथी से कहा कि देश की सन्सद में कांग्रेस की महिला सांसद श्रीमती तारकेश्वरी सिन्हा जी ने लोहिया जी के नारीवादी व्यक्तव्यों पर चुटकी लेते हुए जब यह कहा था कि “मिस्टर लोहिया आप तो विवाहित ही नही हैं फिर स्त्रियों के बारे में क्या जानें?”,लोहिया जी ने कहा था कि “मिसेज सिन्हा आपने अवसर ही कहाँ दिया?”
हमारे एक साथी ने योगी आदित्यनाथ जी द्वारा कंडोम शगुन में देने पर कहा है कि अखिलेश यादव जी तो युवाओं को लैपटॉप देते थे जबकि योगी जी कंडोम दे रहे हैं।मेरा मानना है कि दोनों अलग-अलग विषय हैं।लैपटॉप बेरोजगारी दूर करने का एक संयंत्र है जबकि कंडोम जनसंख्या बृद्धि रोक के बेरोजगारी की समस्या पैदा ही न हो पाए,ऐसा पक्का उपाय करने का स्थायी साधन।
अब बेहतर तो यही है कि बेरोजगारी आये ही न।कंडोम होगा तो जनसंख्या बृद्धि रुकेगी,जनसंख्या बृद्धि न होगी तो बेरोजगारी न होगी और जब बेरोजगारी न होगी तो फिर मुफ्त लैपटॉप लेकर रोजगार करने की जरूरत न होगी।हैं न योगी जी का कंडोम फार्मूला जड़ पर प्रहार करने वाला है। योगी जो ठहरे , समस्याओं का जड़ से समाधान करना कोई इनसे सीखें।