दलित अब किसी से कम नही,अनुसूचित वर्ग के पासी समाज की सोनी ने 10वीं में लाए 89.80%

झारखण्ड:- देवघर   उत्क्रमिक उच्च विधालय कोठिया में पढ़ने वाली अनुसूचित वर्ग के पासी समाज से सम्बन्ध रखने वाली सोनी कुमारी ने वर्ष 2017 में झारखंड एकेडमी कॉंसिल द्वारा आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में 89.80% लाकर अपने माँ-बाप के साथ पुरे दलित समाज का नाम रौशन किया है ।सोनी हिंदी में82, अंग्रेजी में94, गणित में98,विज्ञान में83, समाजिक विज्ञान में92 ,संस्कृत में81 अंको के साथ कुल 449 अंक प्रात की ,89.80% लाकर लड़कियो के लिये प्रेरणा बनी।

सोनी अपने नाना ,राष्ट्रीय जनता दल के जिलाअध्यक्ष(देवघर) रंजन महथा की देख रेख में पढ़ रही थी,वो अपनी नतनी के इस सफलता से बहुत खुश है ।सोनी का सपना है की वो एक दिन IAS बन कर देश की सेवा करें ।सोनी के मार्गदर्शक के रूप में उनके मामा प्रकास महथा का भी अहम किरदार रहा है ।वो अपनी भांजी की सफलता से फुले नही समा रहे है ।साथ ही उनके परिवार वालो को सोनी की सफलता पर नाज है । उनके घर पर बधाई देने वालो का ताता रहा है।

एक लड़की के लिए अम्बेडकराईस्ड घर, ब्रह्मणवादी घरों से कितना अलग हैं ?

(यह लेख इंग्लिश में veliVeda.com पर लिखा गया है प्रस्तुत है हिंदी अनुवाद)
सभी घर कुछ हद तक अलग हैं लेकिन एक सामान्य प्रवृत्ति है जो भारत में विभिन्न समुदायों के घरों में देखी जा सकती है। अम्बेडकरियों के घर तथाकथित ब्राह्मणों के घरों से अलग हैं। अम्बेडकरियों के घरों में, लड़कों और लड़कियों के बीच समानता है, माता-पिता शिक्षा को महत्व देते हैं, और माता-पिता किसी गाय या बंदर की पूजा करने के बजाय मानवता का सम्मान करने के लिए सिखाते हैं।
अम्बेडकरित घरों में, आपके देवताओं और नायकों में कुछ फर्जी पात्र नहीं हैं, लेकिन जो मानवता और मानव जाति के लिए काम करते हैं।
अंबेडकरित विचारधारा से प्रेरित एक घर में लड़की के रूप में पैदा होने के 12 फायदे पढ़ें –

1. आपको कई देवी-देवताओं की पूजा रोज़ करने की ज़रूरत नहीं है

2. चूंकि आपको पूजा करने की ज़रूरत नहीं है, इसलिए आप “देवघर” के पास जाने से पहले स्नान करने के लिए बाध्य नहीं हैं (वैसे, अंबेडकरि घरों में “देवघर” नहीं है)।

3. आप किसी विशेष मंगलवार या शनिवार को उपवास के लिए बाध्य नहीं हैं। न तो आपको बेहतर दुल्हन प्राप्त करने और न ही अपने पति के जीवन का विस्तार करने के लिए तेज़ करने के लिए मजबूर किया जाता है।

4. आप किसी भी गैर-शाकाहारी भोजन को किसी भी दिन भी खा सकते हैं।

5. जब आप माहवारी कर रहे हैं, तो आप खुद को एक कमरे में सीमित करने के लिए बाध्य नहीं हैं, या रसोई में जाने से मना किया जाए, या “देवघर” के पास जाने से मना किया जाए, या बर्तन को छूने से मना किया जाए, या उससे पूछा जाए अलग बिस्तर पर सो जाओ, या तीसरे दिन अपने बालों को धोने का आदेश दिया जाए चीजें सामान्य हो जाती हैं, कोई भी आँख नहीं लगाता

6. आपकी शिक्षा और कैरियर को पहली प्राथमिकता दी जाएगी। आपको खुद को आत्मनिर्भर व्यक्ति बनने के लिए विकसित करने के लिए वातानुकूलित किया जाएगा

7. अपने रंग या शादी की बेहतर संभावनाओं के लिए उपस्थिति पर ध्यान देने के बजाय, आपको अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

8. कोई अम्बेडकरिया कभी दहेज देने, लेने या पूछने के लिए नहीं था, इसलिए आपके परिवार को आपकी शादी के बाद हमेशा के लिए ऋण नहीं लगेगा।

9. कोई अम्बेडकरित / बहुजन उत्सव आपके अस्तित्व को कमजोर नहीं करेगा

10. अगर आप अम्बेडकर बौद्ध हैं, तो कोई भी व्यक्ति आपको विहार जाने से रोक नहीं सकता है।

11. मनु के कानून आपके घर में कोई जगह नहीं होंगे। आपको उप-मानव / नीच के रूप में नहीं माना जाएगा। मानवता के कानून हमेशा प्रबल होंगे।

12. आप मानवता को महत्व देना सीखेंगे और अन्याय के खिलाफ बोलेंगे और समान अधिकारों के लिए खड़े होंगे। आपको मुसलमानों से नफरत करने को सिखाया नहीं जाता है

हमें उपरोक्त टिप्पणियों के बारे में आपको जो टिप्पणी मिलती है, उसे बताएं। अम्बेडकरियत, ब्राह्मणिक घरों से अलग कैसे हैं? हमें बताएं कि आपके पास किसी अन्य बात का उल्लेख है और हम पोस्ट को अपडेट करेंगे।
लेखक -Aboli Nimbalkar, BA Final Year Student 

पासी समाज हरिद्वार ने सम्पादक अजय प्रकाश सरोज का किया सम्मान

भारत में पासी समाज के अंदर चर्चित श्रीपासी सत्ता पत्रिका के मुख्य सम्पादक श्री अजय प्रकाश जी आज हमारे निवास स्थान शिवालिक नगर हरिद्वार पर पधारें। उनके सम्मान में ‘पासी समाज हरिद्वार ‘के साथियों के इच्छानुसार एक स्वागत समारोह मेरे निवास पर रखा गया। समाजिक जागरूकता  अभियान के प्रति समर्पित सम्पादक जी से मिलकर बहुत कुछ सीखने को मिला । साथ ही जागरूकता अभियान में आ रही सामाजिक भागीदारी की कमियों को भी हम सबसे चर्चा किये।पासी समाज हरिद्वार के सभी मित्र उनका अभार जता रहे है स्वागत करने में माननीय विहारी चौधरी, एस आर भारतीया,विजय पासवान,ऋषि कुमार,चेत राम,प्रदीप कुमार,राज कुमार,विजय पाल,राजेंद्र कुमार,सुभाष चन्द्र, सुबोधन शामिल रहे।। श्री अजय प्रकाश सरोज जी ने अपने सम्मान के लिए पासी समाज हरिद्वार का ह्मदय से आभार व्यक्त किया।औऱ अपने संदेश में समाज में बच्चों की शैक्षिक स्तर को बढ़ाने पर जोर दिया।तथा आपसी भाई चारा कैसे हो इस पर उन्होने जोर दिया।औऱ समाज को अपनी शुभ कामनाए दी। साथ ही किसान नेता मदारी पासी जी के जीवन पर आधारित पत्रिका के नए अंक का अवलोकन करने के लिए हम सबको भेट स्वरूप् दिए। यह अंक बहुत आकर्षक वव महत्वपूर्ण है।  

अजय जी हम सभी आप के ओजस्वी विचारों से बहुत ही प्रभावित हुए। बाबा साहेब के कांरवा को आगे बढ़ाने के लिए हम सभी श्री पासी सत्ता पत्रिका को हार्दिक शुभ कामनाएं देते है।

मन्दसौर किसान हत्याकान्ड से गरमाई राजनीति ,राहुल गांधी गिरफ्तार

मध्यप्रदेश / मध्यप्रदेश मन्दसौर किसानों के आन्दोलन के साथ हुए नृसंश हत्या कान्ड को लेकर सरकार के खिलाफ आन्दोलन रत किसानों के समर्थन में देश के कई राजनीतिक पार्टियां उतरी ।

इस अफरातफरी भरे महौल में सरकार औऱ प्रसासन की क्रूरता के खिलाफ आन्दोलन रत किसानों को अपना नैतिक समर्थन देने जा रहे राहुल गांधी को रास्ते में जाने से रोका।देश की जनता इस हत्याकांड से स्तब्ध है।देश के अन्नदाता के साथ अमानवीय कार्य से देश में सरकार के खिलाफ पूरा किसान समुदाय सड़कों पर उतरा।सरकार किसानों की समस्याओं को सुलझाने के बजाय उलझाने में लगी हुई है।सरकार अपना कुरुप चेहरा दिखाने में लगी हुई है।राहुल गांधी के साथ भी दुर्व्यवहार प्रसाशन ने किया ।और उन्हे गिरफ्तार किया गया। – एस आर भारतीय

कब तक मरते रहेंगे भारत के अन्नदाता

देश और उत्तर प्रदेश के मुखिया व्यवसायी राम देव के साथ दंड बैठक मार कर जनता को डराने में लगे हुए हैं ,और ये शो कर रहे हैं कि जनता जाए भाड में हम अपनी नौटंकी जरूर करेंगे। ये लोग प्रदेश और देश कि कानून व्यवस्था गुन्डे बदमाशों के हवाले करके दन्डबैठक लगाने में लगे हुए हैं।हमारे प्रधान सेवक को तो विदेशों में मौज मस्ती लेने से फुरसत ही नहीं मिल रही हैं।ये बेचारे देश में सिर्फ पिकनिक मनाने कभी कभार आ जाते हैं।देश के किसानों और बहुजनो के विकास के नारे विदेशों में जाकर खूब दे रहे हैं। इन्हें तो जुमला लेखक, जमुला का मंचन ,जुमलेबाजो के डाइरेक्टर, के रूप में देश की जनता देख रही हैं।जनता त्राहि त्राहि कर रही हैं। और इन्हें अपने मुँह की कालिख पोछकर दूसरे के मुह पर लगाने की नीति को हर स्तर पर अखतियार कर रहें हैं। देश में अन्नदाता किसानो के साथ निरंकुश तरीके से गोली चलाने का आदेश देकर देश की जनता के सामने सरकार अपने क्रुर मानसिकता को जनता को साफ साफ बता रही है। औऱ आरोप विपक्ष के ऊपर लगा रही है।सरकार में रह रहे नेता बेशर्मी की सीमा से बाहर जा रहे है । किसानों की कातिल हो चुकी सरकारे किसानों की समस्यो को समाधान करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाने के बजाय देश में अफरातफरी का महौल बनाने में लगी हुई है। 

लेखक-एस आर भारतीय

बरसाती पासी – इंडियन रॉबिनहुड..जल्द आ रहा है 


बरसाती पासी की कहानी रॉबिनहुड से कम नहि है । उत्तर प्रदेश की कथाओं और नाटको में बरसाती पासी की कहानी काफ़ी प्रचलित थी । पर पासी समाज से होने के कारण उनकी चर्चा नहि की जाती भूला दिया है देश -प्रदेश ने । पर आम जनमानस के बीच में और अधिकतर पासी समाज के लोगों में अक्सर आज भी बरसाती पासी की चर्चा निकलती है तो उनका नाम बड़े आदर से लिया जाता है । 
मनुवादी और तब की सरकारों के लिए भले वह सिर्फ़ एक डकैत थे पर आम जनता के लिए वह एक बड़े नायक थे । 
बरसाती पासी पर पूरी कहानी लेकर जल्द ही इस वेब्सायट पर आ रहे है प्रतापगढ़ के वेद प्रकाश जी । वेद जी बरसाती पासी के परिवार से मिल रहे है , उनके घर जा चुके है , कुछ लोगों ने उनके बारे में लिखा है उनसे मिल रहे है , पुराने लोगों से मिल रहे हुआ जो उनके बारे में जानते है । जल्द ही बरसाती पासी जी के बारे में पूरी कहानी आप लोगों के सामने होगी ।

आज़ादी के 68 साल में पहली बार सामान्य सीट से जीते निर्दलीय दलित विधायक अशोक कुमार चौधरी

शेरो के शेर बब्बर शेर….
विधायक अशोक कुमार चौधरी जी,
आज़ादी के 68 वर्षो में पहली बार….
किसी अनुसूचति जाति द्धारा सामन्य सीट काँटी विधानसभा ,मुजफ्फरपुर (बिहार) से निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए सत्ताधारी पार्टी जदयू के निवर्तमान विधायक व् पूर्व मंत्री अजित कुमार को 9275 मतों से हराकर पहली बार विधायक बने..और

भारत के इतिहास में अपने नाम को सुनहरे अक्षर से लिखवाते हु एक कृतिमान स्थापित किये।
विधायक जी के अनुसार ये जीत स्वर्गीय जीत है क्योकि उनकी जाति(पासी) की संख्या मात्र 669 है…

मैं उनको पत्रिका भेंट कर अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हु ।
विधायक जी के छात्रजीवन से राजनितिक जीवन की विस्तृत जानकारी “श्री पासी सत्ता पत्रिका” के अगले अंक में छापी जाएगी ।धन्यवाद
नोट- 1977 में 38 साल पहले अनुसूचति जाति के रामसुंदर दास जी भी सोनपुर(बिहार)के सामान्य सीट से विधायक बने थे पर ..वो। “जनता पार्टी” से चुनाव लड़े थे

अनुसूचित समाज की साक्षी CBSE में 10 CGPS(100%) लाई ,बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बन सकती है प्रेरणा 

बिहार के जमुई जिला की अनुसूचित समाज की बेटी साक्षी गुप्ता ने 2017 के CBSC की 10 वीं परीक्षा में 10 CGPA(100%) ला कर एक मिसाल कायम किया है साथ ही अन्य लड़कियो की प्रेरणा भी बनी है ।साक्षी  IAS बनना चाहती है ।अपने आगे की पढ़ाई के लिए वो IIT की तैयारी में लगी हुई है ।उसके बाद IIM से MBA करने की चाह रखती है । उनके पिता जमुई के जाने माने समाजसेवी इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता अपनी बेटी की इस सफलता से बहुत खुश है ।वो अपने बेटी को IAS बना देखना चाहते है 

साथ ही उनका पैतृक गाँव पतौना भी अपनी बिटिया की इस कामयाबी से फूले नही समा रहा है ।उन घर पर बधाई देने वालो का ताता लगा है ।

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अनुसूचित समाज की साक्षी ने CBSC में लाए 10 CGPA(100%),”बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” की बन सकती है प्रेरणा

बिहार के जमुई जिला की अनुसूचित समाज की बेटी साक्षी गुप्ता ने 2017 के CBSC की 10 वीं परीक्षा में 10 CGPA(100%) ला कर एक मिसाल कायम किया है साथ ही अन्य लड़कियो की प्रेरणा भी बनी है ।साक्षी  IAS बनना चाहती है ।अपने आगे की पढ़ाई के लिए वो IIT की तैयारी में लगी हुई है ।उसके बाद IIM से MBA करने की चाह रखती है । उनके पिता जमुई के जाने माने समाजसेवी इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता अपनी बेटी की इस सफलता से बहुत खुश है ।वो अपने बेटी को IAS बना देखना चाहते है 

साथ ही उनका पैतृक गाँव पतौना भी अपनी बिटिया की इस कामयाबी से फूले नही समा रहा है ।उन घर पर बधाई देने वालो का ताता लगा है ।

क्या सचमुच मुद्दा मोर का मोरनी को बिना छुए गर्भवती करना का है या कुछ और …???


हाई कोर्ट के जज शर्मा साहेब ने गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने की सिफ़ारिश करते हुए मोर का उदाहरण दिया की मोर मोरनी को बिना छुए गर्भवती करता है । मोरनी मोर के आँसू पीकर कर गर्भवती हो जाती है इसलिए पवित्र है और इसी कारण राष्ट्रीय पक्षी है । 
पढ़ाई पूरी करने तक इस बात को को सच समझता रहा । पर बाद के दो -चार सालों में ही पता चल गया की मोर -मोरनी के बारे में यह मिथक है । मोर भी वैसे ही मोरनी से संबंध बनाता है जैसे बाक़ी पक्षी ।
कोई भी आम जागरूक इंसान यह जानता है । फिर क्या कारण है की एक जज रेटायरमेंट के होने दिन तक यह मानता है की मोर बिना मोरनी को छुए गर्भवती करता है । 60 साल के एक पढ़े लिखे और प्रतिष्ठित पैड पर कई साल रहेने के बावजूद  ऐसा समझता है ।इसका एक ही कारण है धार्मिक अंध -श्रद्धा । जहाँ धर्म की बात आती है वहाँ सवाल नहि ।
यही कारण है की भारत चमत्कारों का देश है।वायु अंजनी को गर्भवती बना कर पवन-पुत्र पैदा कर सकता है,सूर्य के दर्शन मात्र से कुन्ती कर्ण को जन्म दे सकती हैं और सूर्य के पुत्र शनि के मंदिर में स्त्रियों का प्रवेश निषिद्ध है । कोई फल खाकर पुत्र जन्म दे रही है तो कुछ घी के डब्बे से बच्चे निकल रहे है ।यह सब हमारे यहाँ मान्य है तो मोर – मोरनी वाली साधारण बात क्यों नहि मानी जाएगी ।

       

पर क्या यह बातें सिर्फ़ बहुंजनो को बहकाने के लिए होती है या यह शर्मा टाइप लोग ख़ुद भी सचमुच यही समझते है । 
क्योंकि शर्मा साहेब जिस दिन रेटायअर होना था उसी दिन ऐसा विवाद क्यों करते है । की पूरे देश में बहस छिड़ जाती है । और इस बहस के पीछे जी डी पी का मुद्दा पीछे छूट जाता है । 
जिस देश की अर्थवस्था को अभी तक दुनिया की तेजी से विकसित करती अर्थवस्था में गिना जाता था वह नीचे खिसक गई है । जी डी पी दर ग्रोथ 7.1% से 6.1% हो जो एक बड़ा डाउन फाल है । और इसका कारण है नोट बंदी ।
पर इस मोर -मोरनी के चक्कर में यह मुद्दा ग़ायब हो गया है । सोशल मीडिया जो हमारा मीडिया है वहाँ से भी यह मुद्दा ग़ायब हो गया है और सिर्फ़ मोर -मोरनी का मुद्दा ही ट्रेंड कर रहा है । वह मुद्दे भी अपने हिसाब से तय कर रहे है की हम किस पर चर्चा करे इसलिए सावधान रहने की ज़रूरत है । – राजेश पासी ,मुंबई