#जस्टिस_फॉर_धनराज
मेरे सम्मानित न्याय पसंद दोस्तों,
मैं, प्यारेलाल उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के बहुआ कस्बे का निवासी हूँ. मैं दलित समुदाय का हूँ. मेरी जाति पासी है. मैं भूमिहीन दिहाड़ी मजदूर हूँ. 24 अक्टूबर,2017 को बहुआ के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्ना सिंह भदौरिया अपनी निजी राजनीतिक रैली की तैयारी के लिये मेरे पुत्र धनराज (उम्र 26 साल) से तीन दिन से लगातर रातो-दिन काम करवा रहा था।
24 अक्टूबर,2017 की सुबह मुन्ना सिंह भदौरिया मजदूरों से काम करवाते समय बोल रहा था कि आज 8 बजे से प्रोग्राम है. तुम लोगों ने अभी तक पंडाल लगाने का काम पूरा नहीं किया है. जल्दी करो… इसी काम में मुन्ना सिंह भदौरिया ने मेरे पुत्र धनराज से बहुआ नगर पंचायत कार्यालय परिसर में खड़ी ट्रैक्टर ट्राली में लदे लोहे के पोल जल्दी-जल्दी उतारने को कहा. मेरे पुत्र ने मना किया तो उससे धमका कर जबरदस्ती लोहे के पाइप उतरवाने लगा. नगर पंचायत कार्यालय परिसर में ही ट्रैक्टर ट्राली के ठीक ऊपर हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिसिटी लाइन (11 हजार वोल्ट) है. लोहे का पोल उठाते समय इसी लाइन से लोहे का पोल छू गया और मेरे पुत्र धनराज की मौके पर ही मौत हो गयी ।
मुन्ना सिंह भदौरिया ने लाश को लेकर मेरे घर में फेंकवा दिया और कहा कि आज मेरा बड़ा प्रोग्राम है. कोई बवाल नहीं करना तुम लोग. इस लाश को जल्दी जला दो. मैंने लाश जलाने या दफनाने से मना कर दिया और बहुत प्रयास के बाद ललौली थाने में मुन्ना सिंह भदौरिया के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवायी. पुलिस ने मुन्ना सिंह भदौरिया के राजनीतिक प्रभाव के कारण एफ.आई.आर. गलत धाराओं में दर्ज की, मेरे पुत्र धनराज की मौत को घटना स्थल से दूर कहीं अन्य जगह पर हुआ एक्सीडेंट दिखा दिया है ।
इसकी शिकायत मैंने पुलिस अधीक्षक फतेहपुर, जिलाधिकारी फतेहपुर, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग दिल्ली और मुख्यमंत्री,उत्तर प्रदेश सरकार से की है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. अब मुझे अपने पुत्र की मौत के जिम्मेदार और लाश को अपमानजनक हालत में करने एवं पुलिस द्वारा गलत धाराएं लगाये जाने के खिलाफ कोर्ट में केस लड़ने के लिए मुझे पैसा चाहिए ।
मेरे पास इतना पैसा नहीं कि मैं केस लड़ सकूं. इसलिए आप तमाम न्याय पसंद लोगों से विनती करता हूँ कि मुझे अपनी हैसियत के अनुसार जिनसे जितना हो सके आर्थिक सहायता दें जिससे मैं अपने पुत्र के लिए न्याय की लड़ाई लड़ सकूं. आपको यह भी बता दूं कि जो रिपोर्ट मैंने ललौली थाने में लिखवाई थी, उस पर भी समझौता करने का दबाव बनाने के लिए मेरी पत्नी, चचेरी बहन, चाची, बुआ, बुआ की बहू, चाचा की बहू सहित परिवार की 7 महिलाओं के खिलाफ पांच धाराओं में झूठा मुकदमा मेरे बेटे धनराज की मौत के 6 महीने बाद दर्ज किया है और पुलिस रोज घर आती है, गालियां देती है।
पुलिस कहती है मुन्ना भदौरिया के खिलाफ केस वापस ले लो वरना जेल भेज देंगे। मेरे चाचा की बहू पेट से है, उसको इसी महीने बच्चा होना है, पुलिस ने उसके खिलाफ भी झूठा मुकदमा दर्ज किया है। वो तनाव में है। उसकी और उसके पेट में पल रहे बच्चे की जान को खतरा है।
-आपका प्यारेलाल पासी।
इस केस में कोआर्डिनेट कर रहे भाई का बैंक डिटेल निम्नवत है-
Account Holder Name- Arun Kumar
Bank Name- State Bank Of India
A/C No- 31468959930
Branch- University of Delhi, Delhi
IFSC Code- SBIN0001067
नोट- जो साथी खाते में पैसा जमा कराएं वो इस नंबर 9560713852 (अरुण कुमार ) को फोन करके या मेसेज करके सूचित कर दें कि कहाँ से कितनी राशि खाते में जमा करायी. अथवा अरुण कुमार प्रियम के फेसबुक इनबॉक्स में सूचित कर दें.। कृपया मदत की धनराशि 7 जून से पहले करने का कष्ट करें ,क्योंकि एडवोकेट को देनें है।