देवधर में मनाया महाराजा बिजली पासी का जन्मोत्सव

झारखंड, देवघर / अखिल भारतीय पासी समाज के बैनर तले वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी का जयंती बड़ी ही धूमधाम से रांगा मोड़ देवघर झारखंड में मनाया गया इस कार्यक्रम में महाराजा बिजली पासी का प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया और मिठाई बांटा गया ।

इस कार्यक्रम में रंजन महथा मंत्री अखिल भारतीय पासी समाज झारखंड प्रान्त (पंजीकृत), साथ में मुख्य रूप से बजरंगी महथा ,महामंत्री अखिल भारतीय पासी समाज झारखंड प्रान्त (पंजी०) प्रकाश महथा कार्यकारणी सदस्य झारखंड प्रान्त ,समेत सैकड़ो लोग माजूद थे। सभी ने एक स्वर में वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी अमर रहें का नारा लगाया।

महाराजा सुहेलदेव पासी के नाम डाक टिकट जारी हो , राजभर लिखना तथ्यों से परे है —-अजय प्रकाश सरोज

29 दिसंबर गाजीपुर में आयोजित बीजेपी की रैली में मोदी जी द्वारा महाराजा सुहेलदेव पासी को राजभर बताकर के डाक टिकट जारी करने के विरोध में आज जिला कचहरी प्रयागराज में प्रदर्शन कर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी इलाहाबाद / प्रयागराज को सौंपा गया । साथ ही एक सभा का आयोजन किया गया।

सभा को सम्बोधित करते हुए श्रीपासी सत्ता पत्रिका के संपादक अजय प्रकाश सरोज कहा कि पासी समाज के लिए यह गर्व की बात हैं की महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट भारत सरकार द्वारा जारी किया जा रहा है , हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन इस बात से आक्रोशित भी है कि राजा सुहेलदेव के सामाजिक तथ्यों से छेड़छाड़ की कोशिश की जा रहीं है। हमारी माँग है कि डाक टिकट ‘महाराजा सुहेलदेव पासी ‘के नाम से ही जारी किया जाए। और इसके विवरण में यह लिखा जाए की वह पासी-भर शासक थे, क्यूँकि पासी और प्राचीन भर एक ही जाति को कहा जाता रहा हैं। सिर्फ राजभर लिखना तथ्यों से परे है।

युवा नेता नीरज पासी ने कहा कि पासी प्राचीन समाज का सैन्य हिस्सा रहा हैं जिसकी शासकों और योद्धाओं की लम्बी शृंखला हैं जो कलांतर में अंग्रेजों के भयानक कानून क्रिमिनल ट्राइब एक्ट के दर्द को भी सहा हैं। इनके ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ बर्दास्त नही किया जाएगा। अगर मोदी जी इस फैसले पर पुनर्विचार नही करते है तो यह आक्रोश बड़े आंदोलन में बदला जाएगा।

एडवोकेट सुनील राजपासी ने राजा सुहेलदेव और सैयद सालार उर्फ गाँजी के बीच हुए ऐतिहासिक युद्व का वर्णन किया । उपस्थित पासी समाज के बौद्धिक लोगो ने माँग किया कि पासी समाज में जन्मे राजा सुहेलदेव, राजा बिजली पासी, राजा सातन पासी, राजा लखना पासी से लेकर वीरांगना उदा देवी, क्रांतिवीर मदारी पासी, वीरा पासी जैसे अनेको स्वतंत्रता संग्राम में शहीद वीर वीरांगनाओं का भी स्मरणोत्सव मनाया जाए।साथ ही आगामी ग़ाज़ीपुर की रैली में पासी समाज के विधायक/संसदो/मंत्रीयों समेत इतिहासकारों और बुद्धिजीवी वर्ग को भी बुलाया जाएं।

इस अवसर पर एडवोकेट बीके बघाडियां ,प्रमोद कुमार एडवोकेट , सुनील कुमार डीसी हॉस्टल , निखिल कुमार एडवोकेट, राकेश सरोज,बबलू कुमार, राम मनोरथ सरोज, नागेंद्र कुमार, आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहें।

बिहार के सभी लोक सभा सीटो पर लड़ेगी चुनाव बहुजन मुक्ति पार्टी

बिहार (बक्सर):- बक्सर में बहुजन मुक्ति पार्टी के एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जौहर आजाद की अध्यक्षता में एक निजी मीटिंग हॉल में किया गया। जिसमे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जौहर आजाद ने बताया कि फरवरी 2019 के अंतिम सप्ताह में पटना के गाँधी मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा जिसका नाम होगा “मूलनिवासी महारैली” । इस रैली में सभी मूलनिवासी बहुजन समाज के नेताओं एवं लोकतान्त्रिक मुल्यो की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जायेगा ।युवाओ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बहुजन मुक्ति पार्टी सबसे ज्यादा तरजीह युवाओ को देगी ।अन्य सभी राजनीतिक दलों से भी उन्होंने राजनीती में युवाओ के लिए आरक्षण कि मांग की I साथ ही साथ प्रदेश अध्यक्ष की देख-रेख में जिला कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए सभी प्रखंड अध्यक्षों का मनोनयन किया गया । प्रदेश अध्यक्ष जौहर आज़ाद जी ने पेरियार सन्तोष की कार्यक्षमता को देखते हुए उनको प्रदेश सचिव और बक्सर लोकसभा प्रभारी बनाया जिससे जिला कार्यकर्ताओ में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी इस फैसले पर सभी कार्यकर्ताओ ने प्रदेश अध्यक्ष की भूरी- भूरी प्रसंशा एवं आभार व्यक्त की ।

  • बिहार के सभी सीटों पर बहुजन मुक्ति पार्टी लड़ेगी चुनाव-जौहर आजाद प्रदेश अध्यक्ष
  • फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में गांधी मैदान में मूलनिवासी महारैली का आयोजन किया जाएगा
  • महिषासुर शहादत दिवस मनाने के कारण चर्चा में रहने वाले पेरियार सन्तोष को बनाया गया प्रदेश सचिव और बक्सर लोकसभा प्रभारी

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे यादव महासभा के जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ शिक्षाविद सिद्धनाथ सिंह यादव ने बहुजन मुक्ति पार्टी को समर्थन देते हुए बताया कि पिछड़े वर्ग के लोगो को उनका वाजीब हक अभी तक नही मिल पाया है । यादवो से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपने विकल्प के रूप में बहुजन मुक्ति पार्टी का समर्थन करके बहुजन समाज के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए । कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश महासचिव शकील अहमद ने बताया कि बहुजन मुक्ति पार्टी होनेवाले लोकसभा के चुनाव में बिहार के सभी लोकसभा सीटो पर अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगी ।अतः पार्टी के विचारधारा को समझाते हुए जनसंपर्क अभियान चलाकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ता तैयार किये जाये ।
इस कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण के केंद्र बिंदु रहे रुढ़िवादी परंपरा के प्रबल विरोधी पेरियार सन्तोष जिनको सुनने के लिए लोग व्याकुल थे । उन्होंने बताया कि हमारे लोगो को चाहिए कि सवर्ण नेताओ के पिछलगू एवं उनके राजनीतिक मजदुर बने हुए बैकवर्ड नेताओ को वोट देना बंद करने का काम करें । उन्होंने सामने बैठे कार्यकर्ताओ से पूछा कि क्या अश्विनी चौबे या जगदानंद सिंह जी मंडल कमीशन का मुद्दा संसद में उठाएंगे ? क्या वो जाति आधारित जनगणना का मुद्दा उठाएंगे ? कभी नही उठाएंगे क्यों कि इन दोनों में कोई फर्क नही है । अश्विनी चौबे नागनाथ है और जगदानंद जी जितने के बाद सांपनाथ में मिल जाते है और मान्यवर कांशीराम साहब कहते थे कि भाजपा नागनाथ है और कांग्रेस सांपनाथ है 85 फीसदी बहुजनो के लिए दोनों जहरीला है I अतः दोनों से सावधान रहना है । अंत में उन्होंने कार्यकर्ताओ से अपील करते हुए कहा कि आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज से ही किसी नेता को सांसद बनाकर दिल्ली भेजने का काम करे तभी मान सम्मान स्वाभिमान एवं संविधान की रक्षा हो सकती है ।

पार्टी के युवा जिलाध्यक्ष सोनू यादव “महीष” ने पार्टी के बारे में बताते हुए कहा कि अगर देश में बहुजन मुक्ति पार्टी की सरकार बनती है तो राशन कार्ड ,वोटर कार्ड ,आधार कार्ड और अन्य सभी कार्डो के अलावे “डीएनए कार्ड” जारी किया जायेगा और जो इसका विरोध करेगा वही देशद्रोही होगा क्योकि वर्तमान में आरएसएस और बजरंग दल के गुंडे कभी गाय के नाम पर कभी भारत माता के नाम पर झूठा देशभक्ति का पाठ पढ़ाते रहते है। डीएनए कार्ड से ये साबित हो जायेगा कि ये आरएसएस वाले ही असली देशद्रोही है।
कार्यक्रम का संचालन पार्टी के जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया जबकि अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष जौहर आजाद ने किया । धन्यवाद ज्ञापन बहुजन मुक्ति पार्टी के वरिष्ठ नेता श्रीनिवास पासवान ने किया । कार्यक्रम में पार्टी के सभी पदाधिकारी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता शोभनाथ राम अनोखा, भारत मुक्ति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष इंजिनियर बचामुनि राम, अख्तर रजा ,पप्पू यादव, शक्तिचंद्र भारती, भारत मुक्ति मोर्चा के बक्सर जिलाध्यक्ष अशोक राम, परशुराम प्रसाद, मायाशंकर राम, मदन प्रजापति ,बिरेन्द्र सिंह यादव ,बिहारी सिंह, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा से हिमांशु पटेल ,संजय यादव; जिला कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुशवाहा इत्यादि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

जीवनी : पासी समाज के मुक्तिदाता पूर्व सांसद पन्ना लाल ●लेखक -अजय प्रकाश सरोज

आज़ादी के बाद 1952 तक पासियों पर लगे जरायम पेशा एक्ट को हटवाने के लिए पासी समाज के बौद्धिक चिन्तको ने कमर कस ली थीं। उस दौरान समाज मे सबसे ज्यादा पढ़े लिखें और अपने समय के काबिल ब्यक्तियों में से एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्रद्धेय स्व. पन्ना लाल ,जो फैजाबाद से लोकसभा के सदस्य थें। जिनके सामुहिक योगदान से पासी समाज की आज की पीढ़ी में थोड़ा बहुत सुधार दिखाई पड़ता है।

जन्म और शिक्षा –

श्री पन्ना लाल जी का जन्म 21 जनवरी 1921 में जनपद फैज़ाबाद/ अवध के ग्राम सहादतगंज बरही के पुरवा में हुआ था। पन्ना लाल बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थें। अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए ,एलएलबी और 1946 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विधि में परास्नातक (L.L.M) की उपाधि ली थीं।

नौकरी करते देख नेहरू नें लगाई फ़टकार-

शिक्षा प्राप्ति के बाद सरकार ने बलिया जिले में इन्हें सीधे रोजगार अधिकारी के पद पर नियुक्त कर दिया । एक बार प्रधानमंत्री रहते हुए अचानक नेहरू जी का दौरा जनपद बलिया में हुआ तो मुलाकात के दौरान नेहरू जी ने पन्ना लाल पर भड़के बोले कि ‘तुम इतने क्वालीफाइड आदमी हो और तुम अफसरी कर रहें हो ? चलो तुमको नेता बनाते है । फिर क्या था 1952 के आम चुनाव में पन्ना लाल जी कांग्रेस के टिकट पर फैज़ाबाद सें सांसद हो गए।

पासी महासभा के अध्यक्ष –

इसके बाद 1952 से 1971 तक में श्री पन्ना लाल जी अखिल भारतीय पासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाते रहें और इसके साथ ही लगातार 1967 तक लोकसभा के सदस्य रहें। उन्होंने बाल विवाह, विधवा विवाह एवं अन्य सामाजिक कुरूतियों के ख़िलाफ़ भी मुखर आवाज उठाते रहें । ग़रीबी उन्मूलन , जमींदारी ब्यवस्था की समाप्ति पर सामन्तवादी शक्तियों से लड़ते रहें । श्री पन्ना लाल जी के तेज तर्रार बौद्धिक तेवर की वजह सें प्रदेश के बड़े बड़े नेता उनका सम्मान करते थें । पासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने से उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहें चन्द्र भान गुप्ता इन्हें प्यार से ” पासियों का सरदार” कहा करते थें ।

पासी जाति को जरायम पेशा एक्ट से मुक्ति-

श्री पन्ना लाल जी अपने 5 -7 सांसद साथियों के साथ पासियों पर लगे क्रिमिनल ट्राइब एक्ट को हटवाने के लिए नेहरू मन्त्रिमण्डल पर लगातार दबाव बनाने का काम किया। इनमें प्रमुख रूप से इलाहाबाद से महाशय मसूरियादीन, गोरखपुर के महादेव प्रसाद ,बिहार के जगलाल चौधरी व अन्य संसद मित्रो के साथ सामूहिक रूप से तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर दबाव बनाया । और पासी समाज को जरायम पेशा एक्ट से मुक्ति दिलाई।

गाँधी जन्म शताब्दी समारोह के अध्यक्ष –

सत्र 1969 में जब कांग्रेस सरकार द्वारा महात्मा गाँधी जी का जन्म शताब्दी पूरे देश में मनाया तब श्री पन्ना लाल जी को जन्म शताब्दी समारोह का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । इसके तुरंत बाद ही इनकी योग्यता से प्रभावित उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल ने इन्हें उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग इलाहाबाद का सदस्य बना दिया । आयोग के सदस्य रहते ही 12 फरवरी 1971 को पासी समाज के मुक्तिदाता श्री पन्ना लाल जी का परिनिर्वाण हो गया।

इतिहास के आइने में पासी जाति –

पासी समाज एक ऐसी जाति है जिनके इतिहास पर नज़र डालें तो सिर्फ़ दर्द ही दर्द रहा हैं। इस जाति का जीवन हमेशा संघर्षों के सायें में रहा है। स्वाभिमान और वफ़ादारी में मामले में इनके जैसा दूसरी कोई भी कौम नही ठहरता । लेकिन इसकी कीमत इन्होंने अपना राजपाठ गवांकर चुकाई हैं । उत्तर प्रदेश तब के अवध प्रांत पर 12वीं शदी तक इनका राजपाठ हुआ करता था। लेकिन कालांतर में स्थानीय शासकों की गद्दारी और बढ़ते मुगल सम्राज्य से समझौता न करने के कारण इनकी स्थिति खराब हो गई।

अंग्रेजों ने लगाया था जरायम पेशा एक्ट —

पासी समाज ही एक ऐसी कौम रहीं है जिसने अंग्रेजों से कभी भी समझौता नही किया। वरना यह भी ज़मीदार होता ? अंग्रेजी हुकूमत आने के बाद इन पर 1871 में क्रिमिनल ट्राइब एक्ट लगा दिया। इस एक्ट ने पासी समाज की कमर तोड़ दी ।एक यह दमनकारी और भंयकर कानून था । जिसे पासी समाज के महापुरुषों ने सत्र 1952 में आज़ादी दिलाई । जिनमें श्री पन्ना लाल जी जी भूमिका प्रमुख रूप से रही । पासी समाज इन्हें ऋण को कभी चुका नही सकता । पासी समाज के इतिहास के पन्नो पर श्री पन्ना लाल जी का नाम अमर रहेगा ।

लेखक : अजय प्रकाश सरोज (संपादक ,श्रीपासी सत्ता पत्रिका ) mob. 9838703961

पासी समाज के वैवाहिक संपर्क पर विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन

आज दिनांक 16/12 /2018 को पासी विवाह संपर्क मंच प्रयागराज की विचार गोष्ठी का कार्यक्रम विज्ञान परिषद सिविल लाइंस प्रयागराज में सफलता पूर्वक संपन्न हुई कार्यक्रम का संचालन गौरी शंकर जी ने किया ।

कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप उपस्थित श्रीमान रामानंद भारतीय जी, श्रीमान् सत्यवीर मुन्ना पासी जी, श्रीमती गीता पासी जी, एवं श्रीमान बच्चा पासी जी सभी ने पासी विवाह संपर्क मंच को और बेहतर दिशा की ओर आगे बढ़ाने हेतु उत्कृष्ट सुझाव के साथ उचित मार्गदर्शन देते हुए आर्थिक सहयोग भी प्रदान किया गया एवं हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी पासी विवाह संपर्क मंच को दिया गया!!

कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित सदस्यों के
सहमति से पासी विवाह संपर्क मंच प्रयागराज उत्तर प्रदेश को पंजीकृत कराने का भी निर्णय लिया गया

कार्यक्रम में मुख्य रूप से अजय प्रकाश सरोज जी अमरनाथ जी , संजीव पुरूषार्थी , नीरज पासी , श्री सुरेश कुमार ,श्री बटुक नाथ जी , अरविंद कुमार जी श्री रामपाल सरोज जी ,श्री राम भजन सरोज जी श,दयानंद जी श्री पंचम लाल जी श्री नितेश कुमार भारती जी डॉ अखिलेश कुमार जी श्री रमेश चंद्र चौधरी जी श्री फूल चंद्र जी श्री देवेंद्र प्रकाश जी श्री चंद्र भूषण जी श्री बृजेश कुमार जी श्रीमती सरोज देवी ,श्रीमती सुशीला देवी श्री प्रवीण शेखर जी श्री शिव बाबू सरोज जी आदि सम्मानित सदस्यों ने पासी विवाह संपर्क मंच के विकास हेतु उचित सुझाव एवं विचार व्यक्त करते हुए आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया!!

संयोजक – विनय प्रकाश पासी
पटेल नगर झूंसी प्रयागराज

क्रिमिनल ट्राइब एक्ट नें तोड़ी दीं पासियों की कमर

सन् 1871 में अंग्रेजी शासन ने प्रथम जनगणना जातीय आधार पर करवाया था।उसी के बाद एक बड़ी जनसंख्या जिसने आजादी की लड़ाई में भाग लिया था उसको जरायम ऐक्ट की धारा 109,110के आधार पर अपराधशील घोषित किया जिसमें सम्पूर्ण भारत की 197 जातियों को शामिल किया गया था।इनमें से 50% जातियाँ उत्तर प्रदेश में निवास करती थीं।इन सभी जातियों पर आई पी सी की धारा 30 के अन्तर्गत कार्यवाही होती थी जिसके अनुसार दूसरीबार अपराध करने पर सात वर्ष की सजा और तीसरी बार अपराध करने पर आजन्म कारावास या कालापानी की सजा का प्रावधान था।

प्रत्येक थाने में एक रजिस्टर होता था जिसे रजिस्टर नं. 8 से जाना जाता था इसमें अपराधशील जातियों के प्रत्येक व्यक्ति के नाम को दर्ज करने के शख्त आदेश थे साथ ही यदि वे लोग कहीं जाते थे तो थाने में सूचित करना अनिवार्य था कि कहाँ जा रहे हैं और जहाँ जाते थे उसकी जिम्मेदारी थी कि वह सम्बंधित थाने में सूचित करे कि हमारे यहाँ अमुक थाना निवासी अमुक आये हैं।इस रजिस्टर में जिन बच्चों की आयु दस वर्ष की हो जाती थी उनका नाम लिखा जाना अति आवश्यक था।

सन् 1871 से 1924 तक आते-आते प्रत्येक जनगणना में इन जातियों में सुधार का भी आंकलन किया जाता था जिसके विश्लेषण के आधार सन् 1924 में 50 जातियों को विमुक्त कर दिया गया जिसमें डॉ.बाबा साहेब भीमराव रामजी अम्बेडकर जी की जाति महार भी शामिल हो गई इस प्रकार सहित 50 जातीयों के उन्नति का मार्ग1924 से खुल गया।
शेष बची 147जातियों के लिए श्री अनन्त शयनम् अय्यंगर(सांसद)जी की अध्यक्षता में गठित आयोग की शिफारिश के आधार पर अगस्त 31,1952 को जरायम एक्ट से मुक्त किया गया।

अय्यंगर आयोग तथा बाद में बने लोकर कमीशन दोनों की रिपोर्टों में कहा गया कि देश की एक बड़ी जनसंख्या को आजादी की लड़ाई लड़ने के कारण अंग्रेज़ी शासन में अपराधशील घोषित किया गया और जरायम एक्ट लगाकर मुख्यधारा से अलग कर दिया गया था मुक्त किया जाता है तथा इन विमुक्त जातियों को विशेष सुविधाओं और विशेष अवसर देने की संस्तुति की जाती है।इन दोनों की संस्तुति के आधार पर विमुक्त हुई जातियों को साथ में दिये गए विशेष सुविधाओं और विशेष अवसर आज तक स्वपन ही हैं और एक पहेली बन कर रह गए। इन जातियों को पहले विमुक्त जाति बाद में परिगणित जाति और अब अनुसूचित जाति लिखा जाता है।

एक कथाकार नें इस तरह दीं बेटी को जन्मदिन की बधाई!

आज हमारी बड़ी बेटी Dr. Kriti Mohan का जन्मदिन है। हमारी अनन्त शुभकामनायें .. ।
इसके जन्म, शिक्षा, शादी, करियर तक हमें कुछ खास पता नहीं चला। सब एक प्रवाह की तरह होता चला गया। ट्रांसफर वाली नौकरी होने से हम गाँव, कस्बा, नगर, महानगर सामान उठाये, बच्चे लिये घूमते रहे।

बच्चों की शिक्षा टुकड़े-टुकड़े में होती रही। इसने 5 जगहों पर पढ़ते हुए इण्टरमीडिएट किया। अनेक स्थानों पर पढ़ते हुए भी यह हमेशा उच्च अंकों से परीक्षाएँ उत्तीर्ण करती रही।

इसके छात्र जीवन में स्थायित्व तब आया, जब MBBS की पढ़ाई की, लेकिन परिश्रम कई गुणा अधिक करना पड़ा, फिर लगे हाथ MD भी। उ. प्र. के मेडिकल कॉलेजों में अध्यापन करने के बाद, अब AIIMS में अध्यापन करते हुए शायद इसके जीवन में सन्तोष आ पाया है।

जब इसने MD पूरा किया तो मैंने यूँ ही पूछ लिया था, “बहुत पढ़ना पडा होगा!”इसका जवाब था, “बहुत पढ़ाई की है पापा! इससे कम पढ़ाई करके मैं कलेक्टर बन सकती थी।”

—बृज मोहन , वरिष्ठ कथाकार ,झाँसी यूपी

नही रहें अमेरिका में रहने वाले प्रखर अम्बेडकरवादी चिंतक वीके चौधरी , 11 दिसम्बर को हुआ निर्वाण

● Engr. V.K. Chowdhary, passed away (Nirvana) today 11 December 2018 at Allahabad Native place.
●Great lion of Buddhism and Ambedcarite in the world.

आज दिनांक 11 दिसम्बर 2018 को इलाहाबाद (प्रयागराज) में इंजीनियर वी0के0 चौधरी USA न्यूजर्सी का निर्वाण (मृत्यु ) प्राप्त हुए। भगवान बुद्ध उनकी यशकीर्ति इस संसार मे बनाये रक्खे यही मेरी कामना है।
परिनिर्वाण प्राप्त श्री वी0के0 चौधरी जी का जन्म इलाहाबाद में हुआ था इन्होंने 1955 में हवाई जहाज उड़ाने का शौक पूरा किये जो दलित समाज के प्रथम व्यक्ति थे,श्री चौधरी 1965 के दिल्ली विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त की।

आप अपने कॉलेज की विद्यार्थी संस्था के अध्यक्ष तथा दिल्ली यूनिवर्सिटी यूनियन में सुप्रीम काउंसलर भी रहे,
भारत मे 6 वर्षो तक प्रथम श्रेणी की सरकारी नौकरी करने के बाद 1971 में न्यूयार्क गये।आपने अमेरिका में कई कम्पनियोकेनिदेशक भी रहे , 1978 में ए0टी0 एन्ड टी बेल लैब में पदभार ग्रहण किये। चौधरी जी शसक्त अम्बेडकरवादी तथा बुद्धिवादी विचारक थे।

आप VISION नामक संस्था के संस्थापक और चेयरमैन रहे।आप AIC नामक संस्था के संथापक सदस्यों में है।आपने बुद्धिज़्म तथा अम्बेडकरी विचारधारा को पूरे विश्व मे आजीवन फैलाते रहे।

-राम विशाल पासवान , कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश ,भारत।

दिनारा प्रखंड में मनाया गया बाबा साहब का 62वा परिनिर्वाण दिवस।

बिहार रोहतास (दिनारा):-आज दिनांक 06 दिसम्बर दिन गुरुबार को बाबा साहब डॉ अम्बेडकर साहब के 62वे परिनिर्वाण दिवस पर रोहतास जिला के दिनारा प्रखंड मुख्यालय प्रांगण में बाबा साहब के स्मारक स्थल पर एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जिसमें पूरे दिनारा प्रखंड स्तर के अनुसूचित जाति/जनजाति ,पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज के सभी सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए और बाबा साहेब के प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर के श्रध्दांजलि दिया गया ।

  • श्रद्धांजलि सभा एससी एसटी संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में राजेश कुमार की अध्यक्षता तथा अमित कुमार के संचालन में सम्पन्न हुई
  • सभा मे पूरे दिनारा प्रखंड के सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए और बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित किए
  • वक्ताओं ने सभा मे बाबा साहब के जीवनपर्यंत त्याग और संघर्ष की चर्चा की

ये कार्यक्रम दिनारा में एससी एसटी संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में किया गया जिसमें सभी अन्य संगठनों के लोग शामिल हुए । कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश कुमार ने की ।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से संघर्ष मोर्चा के संयोजक राजेश कुमार,सामाजिक न्याय संघर्ष मोर्चा के संयोजक रामेश्वर प्रसाद यादव, सुरेंद्र प्रसाद , अमित कुमार ,डॉ प्रवीण कुमार ,श्रवण पासवान,विजय आजाद,मनोज कुमार सुमन,दिनेश माहेश्वरी ,सुशील राम, जागा राम, विश्कर्मा पासवान,शिवशंकर प्रसाद ,राजकिशोर राम ,त्रिभुवन पासवान,चौधरी चरण सिंह,जितेंद्र कुमार पासवान, श्यामलाल पासवान,जयचंद पासवान,मुन्ना ठाकुर,बद्री सिंह आदि शामिल हुए । इस कार्यक्रम में आगामी कार्यक्रमो की रणनीति तैयार की गई और बाबा साहब के जीवनी और उनके संघर्ष पर प्रकाश डाला गया ।

दिनारा में अनु.जाति/जनजाति का प्रखंडस्तरीय बैठक हुआ सम्पन्न,लिए गए कई अहम फैसले ।

बिहार रोहतास (दिनारा):- आज दिनांक 25/11/18 दिन रविवार को रोहतास जिला के दिनारा प्रखंड मुख्यालय दिनारा बाजार के वैश्य धर्मशाला में दिनारा प्रखंड के समस्त अनु.जाति/जनजाति सामाजिक कार्यकर्ताओं का प्रखंडस्तरीय बैठक सम्पन्न हुआ,इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए जिसमे अनु.जाति /जनजाति वर्ग के सभी सदस्य जातियों को गोलबन्द करने से लेकर समाज के शैक्षणिक ,आर्थिक और राजनीतिक उत्थान को लेकर चर्चा की गई । बैठक में लिए गए अहम और महत्वपूर्ण फैसले निम्न है ।

  • अनु.जाति जनजाति वर्ग के सभी सदस्य जातियों को एकजुट करना होगा,समाज की शैक्षणिक,आर्थिक और राजनीतिक उत्थान की दिशा में कार्य करना होगा
  • आगामी 6 दिसम्बर को दिनारा प्रखंड प्रांगण में बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस मनाने का निर्णय लिया गया
  • बैठक में आगामी दिनों में दिनारा में दलित संकल्प रैली आयोजित करने की रणनीति तैयार की गई

इस बैठक की अध्यक्षता सुरेंद्र प्रसाद राम ने तथा संचालन राजेश कुमार ने किया , बैठक में दिनारा प्रखंड के लगभग सभी 22 पंचायतो से अनु.जाति के सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित हुए थे , इस बैठक में सभी ने अपने विचार प्रस्तुत किये , इस बैठक में सवर्ण उम्मीदवारों को वोट न देने का निर्णय लिया गया, देश मे दलितों पर बढ़ते अत्याचार, आरक्षण खत्म और कम करने की सवर्णो की साजिश , एससी एसटी एक्ट के खिलाफ सवर्णो द्वारा किये जा रहे रैली पर लोग जमकर बोले । और आनेवाले दिनों में इनसब का जोरदार तरीके से जबाब देने के लिए दिनारा में एक बड़ी रैली दलित संकल्प रैली आयोजित करने की रणनीति बनाई गई ।और इस रैली को आयोजित करने के लिए एससी एसटी संघर्ष मोर्चा नाम के 21 सदस्यीय कमिटी के गठन किया गया जिसका संयोजक राजेश कुमार को सर्वसम्मति से घोषित किया गया

इस बैठक में मुख्य रूप से अमित कुमार ,जितेंद्र पासवान, कालीचरण,पप्पू कुमार, दिनारा मध्य के जिला परिषद सदस्य सत्येंद्र कुमार पासवान, वीरबहादुर राम समर,जागा राम, डॉ सन्तोष कुमार,श्रवण कुमार पासवान, जयचंद्र पासवान, श्यामलाल पासवान ,लालमोहर राम आदि लोग उपस्थित रहे ।