बिहार रोहतास (दिनारा):- वसंत पंचमी के अवसर पर एक ओर जहा पूरे देश के लोग ब्राह्मणवाद के जाल में भ्रमित होकर काल्पनिक पात्र सरवस्ती की पूजा और उपासना में लीन रहते है ,वैसे लोग भी दलित -पिछड़े और स्त्रियां जिन्हें कभी हिंसक धर्मग्रन्थो(मनुस्मृति) का सहारा लेकर एक विशेष वर्ग (ब्राह्मण)के लोग शिक्षा के अधिकार से वंचित रखते थे आज वही लोग इन धार्मिक कर्मकांडो में पूजा पाठ में ज्यादा लिप्त रहते है ,लेकिन इन सबके बावजूद भीम आर्मी के सामाजिक सुधार मिशन के चलते इस संगठन से जुड़े लोग धीरे धीरे जागरूक हो रहे है इसी कड़ी में आज रोहतास जिले के दिनारा में भीम आर्मी के तत्वाधान में आज सावित्री बाई फुले का जयंती मनाया गया । इससे पहले यहा के लोग प्रत्येक वर्ष इस दिन जागरूकता के अभाव में सरवस्ती पूजा का आयोजन करते थे ।
- आज दिनारा के इतिहास में पहली बार महादलित बस्ती में सरस्वती पूजा के बजाय सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई
- ये कार्यक्रम भीम आर्मी के तत्वाधान में आयोजित हुआ ।
- जयंती में शामिल लोगों ने पाखण्डवाद से दूर रहने का संकल्प लिया
लेकिन आज दिनांक 10फरवरी दिन रविवार को वसन्त पंचमी के मौके पर दिनारा बाजार के अम्बेडकर मोहल्ला में काल्पनिक नही बल्कि शिक्षा की वास्तविक देवी सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई । इस मौके पर सावित्री बाई फुले की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि व्यक्त की गई । जयंती समारोह का ये कार्यक्रम भीम आर्मी दिनारा के तत्वाधान में किया गया । मौके पर मौजूद लोगों ने सावित्री बाई फुले की जीवनी पर प्रकाश डाला । दलित पिछड़े वर्ग की स्त्रियो को शिक्षित करने में उनकी जीवनपर्यंत संघर्ष पर प्रकाश डाला गया।कार्यक्रम की शुरुआत बुजुर्ग और अभिवावक कैलाश राम ने सावित्री बाई फुले की तस्वीर पर माल्यार्पण करके की । इसके बाद वहा मौजूद सभी लोगो ने बारी बारी से सावित्री बाई फुले की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया। मौके पर भीम आर्मी दिनारा के संयोजक सन्तोष उजाला, अध्यक्ष -शुकर राम,अमित कुमार ,तुलसी राम, राजकिशोर राम,रामजी कुमार, कैलाश राम, रामशंकर राम ,जितेंद्र राम, आदि लोग मौजूद थे।