दलित हत्याओं पर प्रतिरोध सभा

दलितों पर हो रहें लगातार हमले को लेकर समाज मे एक आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सामाजिक सद्भावना को पसंद करने वाले बुद्धजीवी वर्ग में इस बात को लेकर चिंता स्वाभाविक है। सहारनपुर, ऊना, कोरें गांव , तथा हाल ही में दिलीप सरोज और उन्नाव में दलित किशोरी को जिन्दा जलाकर मार दिया जाना लोकतंत्र पर खतरा है । इसके विरोध में कल प्रतिरोध सभा (स्मृतिशेष दिलीप सरोज को समर्पित ) का आयोजन हो रहा है।

दिनांक 25 फरवरी दिन रविवार समय लगभग 11 बजे दिन से *स्थान*:- (पी.डब्ल्यू.डी.) लोक निमार्ण विभाग डिप्लोमा इंजिनिर्यस संघ कचेहरी परिसर इलाहाबाद में ‘लोकतंत्र में सामाजिक विभेद के कारण हो रहे हमले और दुष्प्रभाव’ नामक विषय पर प्रतिरोध सभा होगी।

जिसमें प्रबुद्धजन सामाजिक चिंतको को आमंत्रित किया गया हैं । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय भागीदारी मिशन के संयोजक सुशील पासी होंगे ।जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय पुलिस बल के कमांडेन्ट नीतिन्द्र नाथ करेंगे।

उदय नरायण चौधरी पर हमला ,बाल बाल बचे

बिहार,नवादा : वारसलीगंज थाना क्षेत्र के अफसर गांव में बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर अचानक हुए हमले ने प्रशासन के होश उड़ाकर रख दिए. प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री चौधरी अफसर गांव के मृतक टाले मांझी के परिवार से मिलकर लौट रहे थे ।

इसी क्रम में अज्ञात अपराधी के द्वारा उनकी गाड़ी पर पत्थरबाजी किया गया. इस घटना में वे बाल-बाल बच गएँ. जानकारी हो कि बीते दिनों अफसर गांव में टाले मांझी की हत्या कर जला दिया गया था। घटना को देखते हुए जिला में दहशत का माहौल बन गया है इस तरह की घटना में आज जिला को फिर से पुरानी यादों की चर्चा होने लगी है। मिली जानकारी के अनुसार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर जानलेवा हमला हुआ है । वह अफसर गांव में हत्या के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने गए हुआ थे।

गांव के लोग नहीं चाहते थे कि उदय नारायण चौधरी पीड़ित परिवार से मिले । इसी दौरान अज्ञात अपराधियों ने उदय नारायण चौधरी पर हमला कर दिया । बताया जा रहा कि ये पूरी घटना पुलिस के सामने हुई । इस संबंध में उदय नारायण चौधरी ने कहा कि गांव के लोग नहीं चाहते थे कि पीड़ित परिवार मुझे सच्चाई बताए । पीड़ित परिवार गांव वालों से डरा हुआ है।

यह एक साजिश के तहत उनपर हमला हुआ है ,अगर वह मौके से नहीं भागते तो उनकी जान भी जा सकती थी. उन्होंने कहा कि वह इस हमले के संबंध में एसपी से बात करेंगे. और खुद पर हमला करने वाले आरोपी के विरुद्ध भी कार्रवाई करने की मांग करेंगे।

इस अवसर भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष चन्दन चौधरी .निशांत ,सँजय ,पांडु पासवान के अलावे भीम आर्मी के दर्जनो कार्यकर्ता दौरा में अप्स्ड गाँव पहुँच कर हाल चाल पूछा ।

दिलीप सरोज की निर्मम हत्या के विरोध में रायबरेली में धरना प्रदर्शन

रायबरेली । राष्ट्रीय भागीदारी मिशन के तत्वाधान में शहर के शहीद चौक,डिग्री कॉलेज चौराहा पर इलाहाबाद केLLB छात्र दिलीप सरोज की हत्या के विरोध में विशाल धरना -प्रदर्शन किया गया। संगठन का नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम् संयोजक सुशील पासी ने किया, उन्होंने कहा की प्रदेश में दलित,पिछड़े और अल्पसंख्यक पर जिस प्रकार से अत्याचार हो रहे है इससे कानून व्यवस्था की पोल खुलती है। उन्होंने कहा की फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में जो मुक़दमे चल रहे हैं उनमे और तीव्रता लाई जाए यदि दिलीप के परिवार को न्याय नहीं मिला तो संगठन सड़को पर संघर्ष करेगा। इस प्रदर्शन को वरिष्ठ सामाजिक चिंतक के.पी.राहुल ज़िला अध्यक्ष यशपाल ,ज़िला उपाध्यक्ष रामबहादुर पासी,मिशन इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर योगेश जी, शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के ज़िलाध्यक्ष राजेश जी एवम् ज़िला संरक्षक अशोक प्रियदर्शी जी,संगठन के ज़िला प्रभारी सुरेन्द्र मौर्य ,विचित्र चौधरी, दुर्गाशंकर पटेल, वरिष्ठ नेता आर.पी.यादव बी.पी.मंगल मौर्य, संजय पासी ,सतगुरु समेत कई लोगो ने संबोधित किया।

पासी सहित विभिन्न संगठन के लोग दिलीप सरोज को न्याय दिलाने को एक जुट

विधि छात्र दिलीप सरोज की सुनियोजित हत्या में अब तक मुख्य दरिंदा विजय शंकर सिंह की गिरफ्तारी न हो पाना योगी सरकार की जातीय मानसिकता के तहत जघन्य अपराधियों को संरक्षण देने का प्रमाण है।

आज पासी समाज सहित देश मे न्याय प्रिय संगठनों ने हत्या का विरोध दर्ज कराया है। खास तौर पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जैसे हरदोई, रायबरेली , लखनऊ, फतेहपुर , कानपुर ,कौशाम्बी आदि जिलों में समाज के साथियों ने पासी नवयुवक की निर्मम हत्या पर आक्रोश जाताया ।

बसपा ने इलाहाबाद के पार्टी कार्यालय पर शोक सभा कर घटना की कड़ी निंदा की

मुंबई में पासी समाज के लोगो ने कैंडल मार्च निकाल कर विरोध दर्ज कराया है। साथ ही जातीय हिंसा के शिकार दिलीप सरोज को श्रद्वाजंलि अर्पित किए।

बिहार के साथी भी 14 फ़रवरी को हत्या के विरोध में कैडल मार्च निकालने की तैयारी किये है।

यह सिलसिला पूरे देश मे चलना चाहिए । जातीय घृणा के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है।पूरे उत्तर प्रदेश में पासी / राजभर समाज के नवयुवकों की हत्याएं की जा रही है।

# justice for dilip

बेरहमी से मारे गए दलित छात्र की मौत

हमले में जख्मी एलएलबी के छात्र दिलीप सरोज की सिविल लाइन स्थित निजी अस्पताल में मौत। शनिवार को रेस्टोरेंट में भोजन करने को लेकर झगड़ा हुआ, इसके बाद फार्च्यूनर सवार युवकों ने दिलीप को बेरहमी से पीटा था। कर्नलगंज पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों का पता लगा रही है। दिनांक 09.02.2018 की रात को 11 बजे के लगभग मृतक दिलीप सरोज पुत्र रामलाल निवासी भोलसा , हथिगहा प्रतापगढ़ अपने तीन अन्य साथियों के साथ कालिका होटल थाना कर्नलगंज इलाहाबाद में खाना खाने गए थे जहां पर इनका विवाद वहां पर पहले से मौजूद अन्य लड़को से किसी बात पर झगड़ा व मारपीट हो गई थी। जिसमे दिलीप गंभीर हालत में घायल हो गया था जिसे इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी है। मृतक ADC लॉ कॉलेज में second year का छात्र था। सवाल यह है कि स्वस्थ कानून ब्यवस्था के नामपे ढ़िढोरा पिट रही योगी सरकार की पुलिस के मुख्यालय एसएसपी ऑफिस से महज़ दस कदम की दूरी पर इतनी बड़ी घटना हो गई। जंहा हमेशा पुलिस हाजिर रहती है। लेकिन फुटेज के अनुसार लगभग 15 मिनट तक हमलावरों ने दलित छात्रों को बेरहमी में ईंट ,डंडो से मारते रहे । फिर आराम से गाड़ी में बैठकर चले गए। पुलिस अभी तक हमलावरों को पकड़ नही सकी है।

मंत्री ओमप्रकाश राजभर के करीबी प्रधान पति को मारी गोली, हालत गम्भीर

गाजीपुर. उत्तर प्रदेश में कानून ब्यवस्था एकदम बिगड़ चुकी है। अपराध मुक्त प्रदेश की दवा करने वाली सरकार के मंत्री राजभर के करीबी माने जाने वाले प्रधान पति को अपराधियों ने गोली मार दी तो आम नागरिकों क्या हालत हो सकते है। आप खुद इसका अंदाजा लगा सकते है।

गाजीपुर जिले में बाइक सवार बदमाशों ने प्रधानपति जयशंकर राजभर को गोली मार कर फरार हो गए । गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत चिन्ताजनक होने पर उन्हें वाराणसी के लिये रेफर कर दिया गया। उन्हें गोली उस समय मारी गयी जब वह गाजीपुर से अपने घर बल्लीपुर जा रहे थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जयशंकर राजभर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के करीबी भी बताए जा रहे हैं।

बताया गया है कि गाजीपुर के शादियाबाद थाना क्षेत्र के बल्लीपुर गांव के रहने वाले जयशंकर राजभर की पत्नी प्रधान हैं। जयशंकर किसी काम से शनिवार को गाजीपुर शहर गए थे। देर शाम वह वापस बल्लीपुर गांव लौट रहे थे। इसी दौरान गाजीपुर सदर कोतवाली इलाके के नूरुल्लाहपुर गांव के पास दो बाइक सवार बदमाश आए और जयशंकर को गोली मार दी। गोली लगते ही वह घायल होकर गिर गए और तड़पने लगे। जब बदमाश भाग रहे थे तो जयशंकर ने शोर मचाया। शोर से डरकर बाइक सवार बदमाश वहां से भाग निकले। लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गइ। ग्रामीणों की मदद से जयशंकर राजभर को जिला अस्पताल भिजवाया गया। वहां हालत गंभीर होने पर उन्हें वाराणसी रेफर किया गया।

जयशंकर राजभर ने बताया कि वो आमघाट मुहल्ले में लोगों की नसें बैठाने का काम करते हैं। देर शाम घर जा रहे थे तभी यह घटना हुई। बुजुर्गा की ओर से लाल रंग की बाइक पर देा बदमाश मुंह बांधे आए और उनके ऊपर फायरिंग करने लगे। उन्हें गोली मारने के पीछे क्या वजह ये वह भी नहीं बता सके। हालांकि पुलिस को मामला पुरानी रंजिश का लग रहा है। फिलहाल पुलिस तहरीर के आधार पर कार्रवाई की बात कर रही है।

सवाल यह है कि राजभर औऱ राज पासियों की हत्याएं कब तक होती रहेगी ।इस समुदाय के लोग समाज के गुंडे ,सामन्तो से लड़ते है तो पुलिस मार देती है। चुप रहते है तो गुंडे मार दे रहे है। आखिर उत्तर प्रदेश में कानून ब्यवस्था भर – पासियों को सुरक्षा क्यों नहीं दे पा रही है ?

अनुसूचित जाति के ऊपर हो रहे आत्याचार के खिलाफ डी.एम. कार्यालय पर हुआ धारना

दिनांक 9 फरवरी को प्रात: 11 बजे ग्राम उमारिया सारी,थाना मऊआईमा सोरॉव, इलाहाबाद के अनुसूचित जाति (पासी और चामार) के लोगो के साथ जनपद न्यायालय के अधिवक्ताओं ने जिला अधिकारी इलाहाबाद के कार्यालय पर जोरदार धारना व प्रदर्शन किया।

इसके बाद जुलूस के शक्ल में नारे बाजी करते हुए एस.एस.पी.इलाहाबाद के कार्यालय में जाकर मिला और उनसे अपने ऊपर हो रहे आत्याचार को विस्तार से बताया कि ग्राम उमारिया सारी में लगभग 25-30 घर अनुसूचित जाति के है । जिसमें पासी और चामार के लोगों का परिवार वहाँ सौ दो सौ सालों से आबादी की जमीन पर आपना घर बनवा कर रह रहा है इधर बीच प्रधानमंत्री आवास के तहत इन दलित परिवारों को कॉलोनी बनवाने का प्रवाधान आया हुआ है ।

जब ये आपना घर बनवाने लागते है तो इन्हें वहीं के ब्राह्मणों द्वारा आपनी जमीन बताकर इनका आवास बनवाने वाला काम बन्द कर वा देते है और गन्दी -गन्दी गालियाँ देते हुए,धमकी देते है की अगर तुम लोग नहीं माने तो जान से मार कर फेंक देगें। अधिकारियों ने प्रार्थना पत्र लेकर आश्वसान दिया की अपराधियों के खिलाफ आज ही उचित कार्यवाही कर वाते है और उन्हें इसके लिये कडी सजा देते है।

ज्ञापन देने वालो में एडवोकेट बी.के.बाघाडिया ,नाथुराम बौद्ध,प्रमोद भारतीया,लालाराम सरोज,सुनील राजपासी,विरेन्द्र सरोज,राजेश सरोज,गुड्डू पासी,निखिल भारतीया,अरूण विधार्थी,बच्चा पासी,वैभाव भारतीया,पंकज प्रकाश,सूरज बौद्ध,सुनील पासी (डी.सी. लॉज),श्यामू पासी,अनरकली,विमला,फूलकली,आदि सैकडों के तदत में लोग उपस्थित रहे….✍
एडवोकेट प्रमोद भारतीया

मोहन पासी इनकाउंटर पर प्रश्न? हो उच्य स्तरीय जांच

फिल्मी कहानी बनाकर सामन्तवादियों ने आजमगढ़ के शेर मोहन पासी की हत्या कर दी। जिसे इनकाउंटर का नाम दिया जा रहा है। जातिवाद से ग्रसित दलित व पासी विरोधी उत्तर प्रदेश सरकार के ईशारे पर स्वाभिमानी पासियों की हत्या की जा रही है।
इलाहाबाद के वकील व सामाजिक कार्यकर्ता लालाराम सरोज ने अपने फेसबुक वॉल पर इस प्रकार लिखा है- मोहन पासी आजमगढ़ के थे । वह सामंत वादी ताकतों के उत्पीड़न को बर्दाश्त नही करते थे। इसके खिलाफ वे जंग छेड़ चुके थे। पहले तो क़ानूनी लड़ाई शुरू की लेकिन जब कानून ने साथ नहीं दिया तो स्वयं लड़े , सामंती ताकतों के खिलाफ उनकी मुखर आवाज़ से वे जनमानस में लोकप्रिय हो गए। उनसे सामंतवादियों की फटने लगी ।

स्वाभिमान की रक्षा में उन्होंने चार सामंती लफंगों को मौत के घाट उतार दिया। उन्हें कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा दी। लेकिन मोहन पासी का जिंदा रहना सामंती ताकतों के सीने में सांप लौटने के समान था। तो सरकार का सहारा लिया । क्योकि मुख्यमंत्री के स्वजातीय है। पहले पुलिस ने पेशी के दौरान स्वयं गायब कर दी और हल्ला मचाया की मोहन पासी सायकिल से भाग गया । लेकिन उस समय लोंगो ने हल्ला मचाया की पुलिस ने स्वयं अपने पास रखा है । उसका काउंटर करना चाहती है ।

उस समय हल्ला मच जाने के बाद पुलिस शांत हो गयी और पुलिस मामला शांत हो जाने का इंतजार करने लगी और इसी बीच 50, 000 का इनाम रखकर कर अपना कोरम पूरा कर लिया । एक महीने बाद जनपद हापुड़ में फिल्मी स्टाइल में मुठभेड़ दिखा के इनकाउंटर कर दिया है ।

पासी समाज के शुभ चिंतको का कहना है कि स्वाभिमान की रक्षा ही पासी का धर्म है। यह फर्जी इनकाउंटर सरकार के इशारे पर हुवा है। इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए ।
शहीद मोहन पासी को नमन

नवादा में हुआ विशाल पासी महासम्मेलन

बिहार। अखिल भारतीय पासी समाज के तत्वाधान में 28 जनवरी 2018 को बिहार के नवादा जिले में विशाल महासम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसके उद्घाटनकर्ता माननीय उदय नारायण चौधरी (पूर्व अध्यक्ष बिहार विधानसभा) एवं मुख्य अतिथि प्रेमा चौधरी( विधायिका पातेपुर वैशाली) थी । स्थानीय विधायक मानीय प्रकाशवीर भी मौके पर मौजूद रहे इनके अलावा प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हीरा चौधरी प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार चौधरी प्रदेश युवा अध्यक्ष राजा चौधरी प्रदेश महिला अध्यक्ष अनीता चौधरी प्रदेश महिला संयोजक रेखा चौधरी के अलावा स्थानीय पिंकी भारती (जिला परिषद सिरदला नवादा) प्रेमा चौधरी (जिला परिषद मेसकौर नवादा ) नरेश चौधरी (जिला परिषद रजौली ) पेंटर मुखिया जिले के वरिष्ठ अभिभावक विजय चौधरी राजकिशोर महथा युवा नेता धर्मेंद्र चौधरी ,राजकुमार भारती संजय चौधरी, चंदन चौधरी राजेश्वर ,चौधरी सुनील चौधरी ,सीताराम चौधरी, चंद्रिका चौधरी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे । सम्मेलन के संयोजक पडकन चौधरी ने इस सम्मेलन में अपने बेटे कबीर कुमार की शादी सोनम कुमारी के साथ बिना दहेज के किये । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रमोद चौधरी ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद व्यक्त किये सम्मेलन में प्रदेश प्रधान महासचिव युवा मोर्चा के निशांत चौधरी को माननीय उदय नारायण चौधरी जी ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ और पासी समाज के विकास में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उन्हें सम्मानित किये, साथ ही चौधरी जी ने समाज के विकास के लिए युवाओं को आगे आने को कहा अपने पूर्वजों से प्रेरणा लेने की बात भी कही । मुख्य अतिथि प्रेमा चौधरी जी ने सम्मेलन के आयोजन कर्ता को धन्यवाद देते हुए इस तरह का आयोजन हर वर्ष करने की अपील की । साथ ही उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए महिलाओं को आगे लाने में हर संभव मदद की बात कही साथ ही संगठन को और मजबूत किस तरह से की जाए इसके लिए समय-समय पर प्रदेश में बैठक करवाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चौधरी से अपील भी की । इस अवसर पर डॉ कपिलदेव चौधरी ने श्रीपासी सत्ता पत्रिका को 11 हजार का चेक दिया। जिसे नवादा बिहार के प्रतिनिधि , पत्रकार निशांत चौधरी ने प्राप्त किया।

पाखंडी साधू स्वर्ग में स्थान दिलाने के नाम पर जमीन कब्जा कर लेते है – विधायक जमुना प्रसाद सरोज

इलाहाबाद । उत्तर भारत के पेरियार कहे जाने वाले सन्त सुकईदास जी के परिनिर्वाण दिवस का श्रद्धांजलि सभा का पखवाड़ा कार्यक्रम ग्राम बेरूई ,सहंसो इलाहाबाद में मनाया गया। बतौर मुख्यातिथि सोरांव के लोकप्रिय विधायक डॉ 0 जमुना प्रसाद सरोज ने उनके जीवन दर्शन पर चर्चा करते हुए कहा कि सन्त सुकई दास का जीवन दर्शन महात्मा बुद्ध ,सन्त कबीर तथा पेरियार रामास्वामी नायकर के जसी ही रहा है । इन्ही सन्तो की राह पर चलकर ही हम अपने आने वाली पीढ़ी को अंधविश्वास मुक्त बेहतर जीवन बना सकते है। पाखंडी लोग तो यहां दलितों पिछड़ो के जमीन कब्जा कर लेते है और स्वर्ग में आपको स्थान कब्जा दिलाने की बात करते है। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि अजय प्रकाश सरोज ने कहा समाज की बेहतरी के सन्तो महापुरुषों ने अपना जीवन लगाया दिया । उनमे सन्त सुकई दास के आंदोलन को नजर अंदाज करना बहुजन लेखकों की नाकामी दर्शाता है। हम लोग मिलकर सन्त जी के कारवाँ को आगे बढ़ाएंगे । सन्त जी के अंधविश्वास मुक्त समाज बनाने को संघर्ष जारी रहेगा। वीर भोग्य वसुंधरा संघ ,प्रमुख संजीव पुरुषार्थी ने सन्त सुकई दास का जीवन दर्शन अनुकरणीय है। उन्होंने दलित- पिछड़ समाज के घरों में देवी देवताओं को यह कहकर उखड़वा कर फेंकवा दिया कि यह तुम्हारे जीवन के बंधन है तुम्हारा विकास पढ़ने लिखने से होगा। वास्तविकता से हटकर ,बिना सोंचे समझे किसी बात को मानना ही अंध विश्वास है। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्ञान साहेब जी ने किया तथा बताया कि समाज के लोगो को सात्विक जीवन अपनाना चाहिए। साथ ही बच्चों को पढ़ना लिखना चाहिए। इस अवसर ग्रामीणों तथा अनुवाईयो ने सन्त जी के चित्र व प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। श्याम नारायण चंचल, अकील चंद, संजीव सरोज, श्याम बिहारी, आदि लोग उपस्थित थे।