पासी समाज में जन्मे अम्बेडकरवादी छात्र चंद्रसेन का आमेरिका में पोस्ट डॉक्टरेट के लिए चयन

कौशाम्बी जनपद के मुलायमपुर गांव के रहने वाले गरीब ,मजदूर अमरनाथ पासी के होनहार बेटे चन्द्रसेन ने नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीएच.डी पूर्ण की है। पोस्ट डॉक्टरेट के लिए उनका चयन अमेरिका के इंडिया-चाइना इंस्टिट्यूट में उच्च स्तरीय शोध कार्य हेतु किया गया है।

जहाँ रत्ती भर भी आरक्षण नही है। इस इंस्टिट्यूट में दुनिया के सात छात्रों का चयन किया गया है। जिनमें कौशाम्बी का यह लाल भारत से चयनित किया गया है। चन्द्रसेन ने जवाहर नवोदय विद्यालय इलाहाबाद से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण कर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की ।

बाद में उच्च शिक्षा के लिए जेएनयू में प्रवेश लिया और जेएनयू से डॉक्टरेट की उपाधि लेने के बाद अब अमेरिका में भारत-चीन सम्बधों पर पोस्ट डॉक्टरेट के लिए शोध कार्य करेंगे। चन्द्रसेन बीते 20 मई को अमेरिका के लिये रवाना हुए थे।

उनके चयन पर श्रीपासी सत्ता पत्रिका परिवार बधाई देता है तथा उज्वल भविष्य की कामना करता है।

(अमेरिका में अपने चाइनीज़ दोस्त के साथ चन्द्रसेन)

नीरा के नाम पर नीतीश सरकार पासियों का कर रही है उत्पीड़न

बिहार :-नवादा में ताड़ी विक्रेताओं के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है । पासी को पकड़कर जेल में बंद कर रही हैं मानीय मुख्यमंत्री नितीश बाबू आपने नशाबंदी में प्राकृतिक ताड के पेड़ का रस नशाबंदी के दायरे में कर दिए ,बदले में रस से नीरा बनाने की बात कह कर गुमराह कर दिए । पासी समाज आप से पूछना चाहता है ,कहाँ नीरा बनाने का प्रॉजेक्ट लगाया? पासी से रस खरीदने सरकार कहाँ आई ? रस पहुचाने के लिये कहाँ केंद्र बनाए?

सच्चाई तो ये है आप ने कुछ नही किया सिर्फ जुमलेबाजी की ।गरीब पासी का रोजगार छीन तो लिए पर रोजगार देने के नाम पर सिर्फ धोखा दिए ।अगर आपने रोजगार दिया है तो एक भी चालू नीरा प्रोजेक्ट का नाम बता दे जहाँ प्रोडक्शन का काम चल रहा है ।जब नीरा प्रोजेक्ट बन्द है तो ताड़ी पर प्रतिबंध क्यो ?क्या मंशा है गरीबो को भूखे मारने का ?गरीबो की ताकत वोट है ,आने वाले दिनों में पासी समाज अपनी बर्बादी का हिसाब लेकर रहेगी।

अखिल भारतीय पासी समाज के जिला संयोजक पड़कन चौधरी लगातार क्षेत्र का दौरा कर पीड़ित के परिवार वालो से मिल कर पकड़े गए पासी भाइयो को छुड़वा में सहयोग कर रहे है साथ पासी समाज को जागरूक करने में लगे है ,पड़कन चौधरी ने सरकार के इस कानून खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है ।

-_निशान्त चौधरी ,श्री पासी सत्ता पत्रिका प्रतिनिधि बिहार प्रदेश सह प्रदेश प्रधान महासचिव अखिल भारतीय पासी समाज युवा मोर्चा बिहार ।

बीकेआरपी ने ऋषि पासी को बनाया प्रदेश महासचिव

दिनांक 13 मई को भारत क्रान्ति रक्षक पार्टी की प्रदेश कार्यकारणियी की बैठक ग्राम जगदीशपुर थरवई, जिला इलाहाबाद में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट सुनील राजपासी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में उपस्थित पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से झूंसी इलाहाबाद के रहने वाले सामाजसेवी ऋषि पासी को पार्टी का प्रदेश महासचिव, संजय पाल को पार्टी का पिछङे समाज वर्ग का प्रदेशाध्यक्ष व जितेन्द्र उर्फ बब्बलू पासी को इलाहाबाद का मण्डल अध्यक्ष और राकेश निगम को इलाहाबाद का जिलाध्यक्ष बनाया गया।

पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों ने इनके पदाधिकारी बनाऐ जाने पर हर्ष व्यक्त किया और आशा किया है कि सभी नव निर्वाचित पदाधिकारीगण पार्टी को प्रदेश में नई गति देंगे और प्रदेश में फैले भष्ट्राचार को दूर करेगें ।

बैठक में प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष एडवो.बी.के.बचाङिया,एडवो.प्रमोद भारतीया, निखिल भारतीया,विनोद पासी,सोनू पासी,सदाशिव विश्वकर्मा,महेश शर्मा,बिंदेश्वरी गौतम, राजीव पटेल,नीरज श्रीवास्तव,राकेश पासी आदि सैकङो सदस्य उपस्थित रहे…..
एडवोकेट प्रमोद भारतीया

देश में एका आंदोलन व मदारी पासी पर चर्चा जारी है

● अजय प्रकाश सरोज आज सुबह का खबर खोला सोचा कि, कर्नाटक के चुनाव में एग्जिट पोल का मुयायना किया जाए । अक्सर मैं एक बार सरसरी तौर पर अखबार कि हर पेज को परख लेता हूं । उसके बाद ध्यान से पढ़ता हूं । जैसे हिंदुस्तान अखबार के 15वें पेज (इलाहाबाद प्रकाशन) पर गया ,एक आंदोलन की एक बड़ी रिपोर्ट छपी थी। अचानक मन प्रफुल्लित व उत्सुक हो उठा यह स्वाभाविक तौर पर होता है कि जिस काम को आप कर रहें हो उसमें कोई बढोत्तरी हो तो मन उत्साहित हो उठता है। जिस इतिहास को नजर अंदाज किया गया अब वह अपने मुकाम पर है। अंग्रेजों के ख़िलाफ़ किसानों व मजलुमो के हक़ के लिए छेड़ा गया यह आन्दोलन जिसे देश के इतिहासकारों ने साजिश कर भुलाने की कोशिश की थीं। लेकिन हीरे को कितना भी कोयले में दबाया जाय एक दिन वह बाहर आ ही जाता है।

समाज में मील का पत्थर साबित हुई श्री पासी सत्ता पत्रिका ने लगातार इस आंदोलन पर लिखकर मुद्दा उठाता रहा है। पिछले ही वर्ष मई में श्री पासी सत्ता ने मदारी पासी पर विशेषांक प्रकाशित किया था। जिसकी चर्चा पूरे देश में पासी समाज के बुद्धिजीवियों के अलावा अनुसूचित समुदाय के बीच हुई । जल्द ही पूरे देश के साहित्यकारों ,पत्रकारों ने इस पर अध्ययन शुरू किया ।

दिल्ली से प्रकाशित दलित दस्तक व दलित अस्मिता नामक पत्रिका ने भी मदारी पासी पर विशेषांक निकालकर बौद्धिक जगत का ध्यान आकषर्ण किया । जेएनयू दिल्ली सहित कई विश्वविद्यालयों में सेमिनार व परिचर्चा शुरू हुई। कई किताबें प्रकाशित हुई’ अवध का किसान विद्रोह’ नाम से इतिहासकार सुभाष चंद्र कुशवाहा ने एका आंदोलन पर ऐतिहासिक तथ्यों के साथ पुस्तक लिखा जिसे राज कमल प्रकाशन ने प्रकाशित किया है । उन्ही की पुस्तक से हिंदुस्तान दैनिक अखबार ने अपने 13वें पेज ‘शब्द’ पर अपना रिपोर्ट छापा है ।

हालांकि मादरी पासी के आजीवन संघर्ष और एका आंदोलन का पूरा वर्णन तो नही है । फिर भी काफी कुछ है। जिसे पढ़कर मन खुश हो रहा है। आप भी पढ़िये , आंदोलन को बिस्तार से पढ़ने के लिए इंतजार कीजिये झाँसी के रहने वाले देश के प्रसिद्ध उपन्यासकार व कथाकार बृजमोहन जी का आने वाला उपन्यास जो एका आंदोलन व मदारी पासी के जीवन पर आधारित है। पूरे देश इस विषय चर्चा जारी है। इस उपलब्धि में पासी समाज के प्रथम आईपीएस (रिटायर्ड) राम प्रकाश सरोज, इतिहासकार रामदयाल वर्मा, राजकुमार इतिहासकार ,नवल किशोर सिद्धार्थ के साथ प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ0 सीबी भारती का बड़ा योगदान रहा है –

अधिवक्ता की हत्या पर ,एडवोकेट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया नें फूँका प्रशासन का पुतला

एडवोकेट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में प्रदेश सरकार द्वारा कानून व्यवस्था कायम न रख पाने पर जिलाधिकारी कार्यालय गेट पर पुतला दहन किया गया।

एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अजीत भाष्कर ने कहा कि न्यायालय जाने के समय पर अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की खुलेआम दुस्साहसिक हत्या करने पर अधिवक्ता समाज में काफी आक्रोश व्याप्त है, न्यायालय जाते समय अधिवक्ता को निशाना बनाकर उनकी हत्या करना लोकतंत्र की हत्या करना है यदि ऐसी घटनाएं होती रही तो आम जनता को न्याय दिलाने वाला कोई भी नहीं रहेगा।

आगे श्री भाष्कर ने कहा कि इस वर्ष इलाहाबाद जिले में लगभग 4 दर्जन से ज्यादा हत्या हो चुकी हैं आज प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है अधिवक्ताओं पर लगातार जानलेवा हमले किए जा रहे हैं जिला प्रशासन लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल रही है और अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। आगे उन्होंने सरकार से मांग की कि हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए और पीड़ित अधिवक्ता के परिवार को 50 लाख रुपया मुआवजा दिया जाए साथ ही पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए व परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए, अन्यथा अधिवक्ता समाज आंदोलन करने को बाध्य होगा।

पुतला दहन में अध्यक्ष अजीत भाष्कर के साथ एडवोकेट श्री विक्रम सिन्हा, चन्द्र प्रकाश निगम, प्रशांत पांडेय,रूपेन्द्र नाथ, सन्तोष यादव, वीरेंद्र कुमार, धीरज कुमार चन्द्र कुमार चौधरी, रवि तिवारी,अयन श्रीवास्तव, मनीष त्रिपाठी, रणजीत यादव, संदीप श्रीवास्तव,स्वतंत्र सिंह, उत्तम गौतम, प्रेम चंद्र पटेल,कपिन्जल,श्री प्रकाश शेखर के साथ संगठन के समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यों के साथ काफी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे।

सचिव रूपेन्द्र नाथ
मोबाइल नंबर-9454090292

अनुसुचित जाति के छात्रों का नाम काटने पर अधिवक्ताओं ने समाज कल्याण अधिकारी से की शिकायत

दिनांक 7 मई को अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मण्डल एडवोकेट बी.के.बाघाङिया के नेतृत्व में जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री सुधीर कुमार से मिला। उनसे मिलकर सालोरी,इलाहाबाद स्थित विकास विधालय ईश्वर शरण आश्रम पद्धति में हो रही अनिमिताओं ,प्रधानाचार्य नन्द कुमार द्विवेदी,वार्डेन श्रीमती ऊषा पाण्डेय आदि क्रमचारियों द्वारा वहाँ पढ रहे छात्रों के साथ अमानवीय व्यावहार एवं कक्षा 8 के मनीष और सूरज तथा कक्षा 9 के विकास सरोज को विकास विधालय ईश्वर शरण सालोरी से नाम काट कर क्यों भागा दिया आदि बातों की शिकयत की।

इन बतों को समाज कल्याण अधिकारी ने अपने कनिष्ठ अधिकारियों के समक्ष ध्यानपूर्वक सुना और इन समस्याओं को अतिशीघ्र दो दिन के अन्दर ठीक कराने का अश्वाशन दिया।

प्रतिनिधि मण्डल में एडवोकेट प्रमोद कुमार भारतीया,सुनील राजपासी,निखिल भारतीया,कपिल सिंह आदि अधिवक्तागण प्रमुख रूप से उपस्थित रहें…..✍एडवोकेट प्रमोद कुमार भारतीया

पीड़ित परंतु स्वाभिमानी दलित महिलाओं को जमानत के लिए हाईकोर्ट अधिवक्ता की आवश्यकता

फतेहपुर की ललौली थाना द्वरा कुछ माह पहले एक पासी युवक की हत्या हुई थीं । जिसका आरोप भाजपा के स्थानीय नेता पर लगा था। पहले तो नेता के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही थी ।

बाद में गांव वाले और कुछ सोशल एक्टिविस्ट द्वारा थाने का घेराव करने पर FIR दर्ज की गई लेकिन कुछ दिन बाद रसूखदार भाजपा नेता और पुलिस अधिकारियों के साथ ही नगर पंचायत में कार्यरत अधिकारियों की मिलीभगत से मृतक परिवार सहित गांव वाले खिलाफ थाने में उपद्रव करने ,सरकारी काम में बाधा डालने ,आदि गंभीर धाराओं में क्रास FIR कर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। यहाँ तक कि अज्ञात में महिलाओं को भी बख्शा नही जा रहा हैं ।

जब गाँव वाले नही झुके तब एक लड़की के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई जिसकी शादी होने वाली थीं । पुलिस कई बार विवाह होने वाली लड़की के घर पर दबिश देकर समझौते का दबाव बनाए लेकिन परिवार वालों ने मना कर दिया 2 दिन पहले लड़की की शादी हो गई पुलिस चार्जशीट लगाकर कोर्ट से सम्मन जारी कर चुकी है इस केश में कईयों की जमानत हो चुकी है अब इस लड़की की जमानत होनी है साथ मे तीन अन्य लोग भी हैं।

जिसके लिए हाईकोर्ट से सेमडे वेल का आदेश जरूरी है कोई भी अधिवक्ता साथी मदत करना चाहें तो स्वागत है। आपके द्वारा किया गया मदत गांव वालों को हौसला देगा। और एक सामंती गुंडे को नशीहत ।

सम्पर्क : एक्टिविस्ट अरुण कुमार प्रियम +919560713852, अजय प्रकाश सरोज 9838703861

जिन्ना ने अपनाया था सावरकर का दिया द्विराष्ट्र का सिद्धांत

द्विराष्ट्र का सिद्धान्त 1937 में हिन्दू महासभा के नेता वी.डी सावरकर ने भी दिया था । जिन्ना के नेतृत्व वाली पार्टी मुस्लिम लीग ने 1940 में द्विराष्ट्र के सिद्धान्त को अपनाया ।

1943 में सावरकर ने बयान दिया कि उन्हें जिन्ना के द्विराष्ट्र के सिद्धांत से कोई आपत्ति नही है । असल मे मुस्लिम लीग और हिन्दू महासभा दोनों ही द्विराष्ट्र सिद्धान्त के समर्थक संगठन रहे है । इन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के फूट डालो और राज करो की नीति को ही पोषित किया है ।

2019 चुनाव के ठीक पहले संघ भाजपा ने हमेशा की तरह अपनी एक खास समुदाय के प्रति ‘हेट्रेड पॉलिसी’ को आगामी चुनावो के लिए भुनाना शुरू कर दिया है । एएमयू पर हमला इसी हेट्रेड पॉलिसी पॉलिटिक्स और एक खास समुदाय के वोट बैंक को अपने पाले में करने की प्रक्रिया का हिस्सा है ।

इस दौर में जबकि भाजपा अपनी हेट्रेड पॉलिसी पॉलिटिक्स के जरिये अपने साम्प्रदायिक एजेंडे को स्थापित करना चाहती है तो इस समय हमे सावधानीपूर्वक विरोध के तरीकों पर भी गौर करना होगा । इस समय हिन्दू -मुस्लिम एंगल से विरोध करने पर अप्रत्यक्ष तौर पर फायदा भाजपा को ही मिलेगा ।

विरोध इस ग्राउंड पर हो कि आरएसएस के बगलबच्चा संगठन ने एक विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर भगवा आतंक कैसे फैलाया?
भाजपा ने ठीक चुनावो के पहले ही जिन्ना की तस्वीर के मसले को क्यो उठाया, जबकि वह तस्वीर 1938 से वहां लगी पड़ी है ।

चूंकि राम मंदिर का मसला अब बहुसंख्यक जनता में साम्प्रदायिक भावना भड़काने के मामले में फीका पड़ चुका है । इसलिए भाजपा -संघ ने पिछले सालों में लव जिहाद, बीफ बैन, देशद्रोह जैसे मुद्दों को उठाया और प्रचारित किया ।
और अब जब चुनाव पास है तो भाजपा राम मंदिर की ही तरह पुनः एक बेहद सेंसिटिव मुद्दा ढूँढ रही है। जिससे माहौल साम्प्रदयिक बनाकर 2019 में भुनाया जा सके ।

संघ की इन नीतियों का शिकार होंने से बचना और इनकी हेट्रेड पॉलिसी पॉलिटिक्स को फेल करना इस समय सबसे जरूरी है । विरोध करना है तो उपराष्ट्रपति पर हुए आतंकवादी हमले का करना होगा । भाजपा-संघ की साम्प्रदायिक राजनीति का करना होगा।उनकी भगवा गुंडई और आतंकी हरकतों का करना होगा। ताकि आगामी दिनों में देश को भगवा आंतक से बचाकर देश की एकता,अखण्डता,विविधता को बनाए रखा जा सके।

#शालू यादव

2 मई को जन्मदिन के अवसर पर भोज भण्डारे के साथ बाबा धनई पासी की मूर्ति का हुआ अनावरण

हैदरगढ़, बाराबंकी जिले के ग्राम धनई का पुरवा गांव में उत्तर भारत के पेरियार सन्त सुकईदास सत्संग मंडली द्वारा आयोजित जन्मदिन समारोह में गाँव वालों के पुरख़े बाबा धनई पासी की मूर्ति का अनावरण बतौर मुख्यअतिथि अजय प्रकाश सरोज संपादक,श्रीपासी सत्ता पत्रिका के कर कमलों कराया गया।

बतौर मुख्य अतिथि अजय प्रकाश सरोज ने कहा कि ब्राह्मण हजारों वर्षों के पोंगा पंथ को इतिहास बताकर हम सबके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं । लेकिन हमारे पासी समाज के लोग अपने पुरखों का इतिहास नही सँजो पा रहें है। यह हमारी कमजोरी है इसे दूर करना होगा।

विशिष्ट अतिथि रामयश विक्रम जी ने अंधविश्वास व सामाजिक कुरूतियों पर विस्तृत चर्चा की और कहा कि अपने बच्चों को शिक्षत बनाइये तभी समाज मे बदलाव आएगा ।

गांव वालों के अनुसार बाबा धनई पासी बहुत ही जुझरु व संघर्षशील प्रवत्ति के थें । उनका जन्म 2 मई सन 1600 ईस्वी में हुवा था। वें क्षेत्र के जमीदार के तौर पर जाने जाते थे उनके पास दो हज़ार बीघे जमीनें थीं , उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत का जमकर विरोध किया। उनके द्वारा वसूले जाने वाले लगान व शोषण के विरुद्ध वें लगातार संघर्ष करते रहें । उन्होंने अपनी जमीनों पर समाज के दबे कुचले भारतीय को दान देकर बसाया और आजीवन उनके मान सम्मान व स्वाभिमान के लिए लड़ते रहे। 10अक्टूबर 1700को बृद्धा अवस्था मे उनकी मृत हो गई। उनकी स्मृति में बाराबंकी जिले की नई सडक़ ,पर बाबा धनई पासी के नाम से पूरा गांव बसा है । जिसे धनई का पुरवा कहा जाता है।

इन्ही के परिवार के चौथी पीढ़ी में जन्में सन्त ज्ञानदास साहेब जो पेरियार सन्त सुकई दास जी के पाखण्ड विरोधी अभियान को आगे बढ़ा रहे है। ज्ञान दास जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा सन्चालन रामसागर रावत जी ने किया।
इस अवसर पर सन्त सुकई दास सत्संग मंडली के सदस्य सहित गांव की महिलाए उपस्थित रहीं।

गाँव दलापुर सहित शहर में धूमधाम से मनाई गई बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 127 वीं जयंती

इलाहाबाद में विभिन्न संगठनों एवं बुद्धिजीवियों के द्वारा भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई इलाहाबाद के हाईकोर्ट चौराहे पर स्थापित प्रतिमा के समक्ष राजनीतिक दलों के साथ साथ ही अंबेडकर फूले मिशन से जुड़े संगठनों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती को बड़े हर्षोल्लास से मनाया ।

झूँसी के त्रिवेणी पुरम अंबेडकर पार्क में पूर्व प्रधान शीतला प्रधान की अध्यक्षता समाजवादियों ने बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों जन-जन पहुंचाने के लिए संकल्प लिया जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री रामानंद भारती रहे।

तो वहीं ग्राम सभा दलापुर में ग्राम वासियों द्वारा आयोजित जयंती समारोह व अंबेडकर मेला में फूलपुर के सांसद नागेंद्र सिंह पटेल मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद अपने ही क्षेत्र दलापुर में में पहली बार आया हूं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की बदौलत आज मैं सांसद बना हूं । ऐसे तमाम लोग जिन्हें पढ़ने लिखने का अधिकार नहीं था आज डॉक्टर ,इंजीनियर, कलेक्टर, जज, आईएएस और पीसीएस बने हुए हैं। यह सब भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की देन है ।

EVM का जबाब SBM से दिया जाएगा ……

पूर्व मंत्री रामानंद भारतीय ने कहा डॉक्टर अंबेडकर विश्व की महान विभूतियों में से एक हैं उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि देश की हालत बहुत खराब है 2019 में ईवीएम का जवाब SBM से देना है ।एसबीएम का मतलब शेडूल कास्ट, बैकवर्ड और माइनॉरिटी मिलकर के ईवीएम वाली सरकार को उखाड़ फेंकना है। विशिष्ट अतिथि उप निदेशक सेवायोजन रमाशंकर भारतीय ने कहा कि महामानव बाबासाहेब आंबेडकर ने समाज के ब्राह्मणवादी शक्तियों को चुनौती दी और समतामूलक समाज के लिए संघर्ष किया हम सब को उन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

मुख्य वक्ता अजय प्रकाश सरोज ने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर का जीवन दर्शन चुनौतियों से भरा रहा है ,उन्होंने आदर्श समाज की स्थापना के लिए हमेशा संघर्ष किया । और समता, स्वतंत्रता ,बंधुता ,न्याय के अधार पर भारतीय संविधान की स्थापना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

कार्यक्रम का संचालन राम सूचित भारतीय ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रुप से धर्मेंद्र भारतीय असिस्टेंट प्रोफेसर ,मनोज कुमार, नीरज पासी ,अजीत पासी, कुशवाहा आशुतोष गुप्ता ,कान्हा कुशवाहा, सत्यम कुशवाहा, राजेश सोनकर ,अमर सिंह पटेल ,अखिलेश बिंद, अमरीश गौतम,शिवगणेश पूर्व प्रधान, आसुतोष भरतीय आदि सैकड़ो उपस्थित रहें ।