मासूम बेटी के बलात्कारी को सजा दिलाने को 10 साल से संघर्षरत हैं राधेश्याम पासी ,मदत की गुहार

गुजरात ,अहमदाबाद । हाथ से लिखा हुआ यह पन्ना जिस पर एक दर्द भरी दस्तान लिखी हैं , पासी समाज के नाम बनें हर व्हाट्सप ग्रुपों में घूम रहा हैं। घटना गुजरात प्रदेश के सूरत में रहने वाले राधेश्याम पासी की 7वर्षीय बिटिया के ब्लात्कार के बाद हत्या का हैं। जिसको लेकर मुंबई की समाजसेवी संगीता सरोज और शोभा सरोज सोलंकी सक्रिय है।

सूरत में कमाने खाने गए राधेश्याम के पड़ोस में रहने वाला कोई सुभाष यादव नाम का दरिंदा है जिसने चाँदनी नाम की 7 साल की बच्ची को सोते समय उसके घर से उठा ले गया ,फिर बालात्कार करके हत्या कर दिया । हत्यारा शातिराना ढंग से खुद को बचाने के लिए बच्ची के चाचा की चप्पल ले जाकर घटना स्थल पर फेंक आया ताकि इल्जाम चाचा के सिर पर मढ़ा जा सकें । हालांकि पुलिसिया कार्यवाही में सच सामने आ गया हत्यारे सुभाष ने सब कुछ कबूल किया ।

बाद में पुलिस उसको जेल भेज दिया । पुलिस आरोप पत्र भी कोर्ट में दाखिल कर दीं ,लेकिन कानून की विवषता हैं 6 माह बाद उसे जमानत मिल गई । वह खुलेआम घूमने लगा पीड़ित परिवार को धमकाने लगा । धमकी के बाद डरा सहमा परिवार सूरत छोड़कर यूपी आया गया । आरोपी ने केश से जुड़े सभी लोगो को डराया धमकाया यहाँ तक कि पैरवी कर रहें वकील को भी मैनेज कर लिया । अन्ततः 10 साल बाद आरोपी को सूरत की निचली अदालत से क्लीन चिट मिल गई ।

अब यह ख़बर मुंबई में सामाजिक संस्था आरसीपी से जुड़ी समाजसेविका संगीत सरोज और शोभा सरोज को हुई तो पीड़ित परिवार से संपर्क करके उन्हें हौसला दिया और केश को पुनर्जीवित करने के लिए अपने वकील दोस्त विक्रम वाघेला से संपर्क किया । उन्होंने परिवार की हालत समझकर इस केश को मजबूती से लड़ने का भरोसा दिया हैं ।अब पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए अहमदाबाद हाईकोर्ट में अपील करने की तैयारी हो चुकी हैं। संगीता ने बताया कि बच्ची को न्याय दिलाने को, आरोपी फिर से धमकियां दिला रहा हैं।

पीड़ित परिवार डरा सहमा जरूर हैं उसको आपके हौसले की जरूरत हैं। संवेदनशील लोगों से अपील हैं बिटिया को न्याय दिलाने के लिए आगे आएं। जिससे आरोपी को जेल भेजवाया जा सकें ताकि फिर सुभाष यादव जैसे दरिंदों के चँगुल से किसी दूसरी बेटी को बचाया जा सकें औऱ भारत में बढ़ रहें बेटियों की हत्या ब्लात्कार पर रोक लगाई जा सकें।

नोट : इस मुहिम में समाजसेविका संगीता सरोज (07666296065 ) संपर्क कर सकते हैं । साथ ही स्व0चांदनी के पिताजी राधेश्याम
(07054344790 )से भी बात कर उन्हें हौसला दें सकते हैं ।

पासी का घर जलाने और कब्ज़ा करने पर पूछा ,सोरांव विधायक क्या कर रहें है ?

प्रयागराज । विधानसभा सोरांव के ग्राम पोस्ट उमरिया सारी थाना मऊआइमा अराजक तत्वों का आतंक दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है । जिस घर में आग लगाया था अब उसी घर में कब्जे की नियत से घूर और बेर का कांटा रखा जा रहा है ।पीड़ित दम्पति (अनारकली पत्नी रामफेर पासी ) इस कड़ी ठंड में बाहर पन्नी डालकर रहने पर मजबूर हैं ।

कुछ दिन पहले गाँव के अराजकतत्वों द्वारा इसी घर को आग लगा दिया था । जिसकी शिकायत आला अधिकारियों को दिन गई लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी नही पहुँचा । पीड़िता ने 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री कार्यालय पर जाकर पत्र दिया वहां से आर्डर एसपी के लिए हुआ था लेकिन इस संदर्भ आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।

इस संदर्भ में पत्रकार अजय प्रकाश सरोज ने पुलिस अधिकारियों को ट्वीट करके कार्यवाही की मांग की है।

पत्रिका के फेसबुक वॉल पर यह मामला लिखा गया तो धीरेंद्र वर्मा ने सवाल पूछा कि सोरांव के विधायक पासी (जमुना प्रसाद जी) है तो कार्यवाही क्यों नही हो रही है।

सांस्कृतिक विरासत बचाने को पासी कलाकरों ने किया प्रशिक्षण

आज पासी समाज की पहचान जातीय लोकगीत की विरासत पासी पवांरा जो की इस आधुनिक युग में समाप्ति की ओर है। उसे बचाने के लिए आकाशवाणी के लोकगीत कलाकार श्री जनक जी द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से ग्राम तिगनौता, यमुनापार (इलाहाबाद), प्रयागराज में समाज के नवोदित कलाकारों को एक कार्यशाला के माध्यम से पासी पवांरा गाने के लिए प्रशिक्षित किया गया जिससे आज उन्होंने अपनी सबसे अच्छी प्रस्तुति दी।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इलाहाबाद आकाशवाणी के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी श्री मोहन धनराज जी ने वहां उपस्थित पासी समाज के लोगों को अपनी विरासत और धरोहर को बचाने और अपने इतिहास को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करते हुये कहा कि आधुनिक संचार माध्यमों के आने से संगीत की विधा में बहुत तोड़फोड़ हुई है जिसका सबसे अधिक खामियाजा लोक संगीत को उठाना पड़ा है। लोक संगीत से हमारे देश व समाज की संस्कृति के साथ ही रिश्तो की संवेदनशीलता जुड़ी व बची हुई है अगर इसे आगे भी बचाये रखना है तो आने वाली पीढ़ी को इसे हस्तांतरित करना होगा तभी इन लोकगीतों की मौलिकता बची रह सकती है।*

पासी समाज के युवक और युवतियों अपने समाज की लोक संगीत के साथ ही संगीत कि अन्य विधाओं से भी अपने आप को जोड़ें इससे उन्हें समाज में मान-सम्मान और स्थान तो मिलेगा ही साथ ही उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद भी मिलेगी। हमें अपने पासी समाज के बुजुर्गों से उस समय गाए जाने वाले सभी प्रकार के लोकगीतों को पूछना और जानना चाहिये जिससे कि हम उसे मौलिक रूप में आकाशवाणी के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित कर समाज में लोगों को सुना और बता सकें। उन्होंने वहां उपस्थित समस्त नवोदित कलाकारों को प्रेरित किया और उन्हें संस्कृति मंत्रालय द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रदान कर उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

इस अवसर पर मुख्य रूप से *एडवोकेट्स एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष श्री अजीत भाष्कर,कार्यक्रम के आयोजक और निर्देशक श्री जनक जी, आकाशवाणी के कलाकार श्यामलाल बेगाना, वरिष्ठ लोक कलाकार और लोक नाट्य विधा नौटंकी के मर्मज्ञ राजपति भारतीय कमलेश कुमार यादव, बाबूलाल के साथ इस अंचल के सैकड़ों कलाकार और संगीत प्रेमी उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

पासी समाज भाजपा को वोट क्यों न दें ?

पासी समाज की राजनैतिक जागरूकता अभियान पार्ट- 1

कल यानी 30 दिसम्बर को भाजपा ने अनुसूचित जाति मोर्चे की तरफ से पासी समाज का सम्मेलन लखनऊ में किया गया । जिसमें ज्यादातर भाजपाई नेताओं द्वारा झूठ बोला जा रहा था जो इनका स्वाभाविक गुण हैं । पासियों के कुछ नेताओं पर भाजपाई रंग चढ़ चुका है। सावधान रहिएगा ! अब ये पासी समाज के नेता नही बल्कि भारतीय जनता पार्टी के नेता हो चुके हैं। जिनके झांसे में आने से बचे ,ये झूठ पे झूठ बोलते है।

30 दिसम्बर को हुए पासी सम्मेलन में एक भी नेता ने महाराज सुहेलदेव पासी का नाम नही लिया ,और इस पासी सम्मेलन में मुख्यातिथि उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा कह रहा है कि 1952 में जरायम एक्ट हटाने में मसूरियादीन के साथ जनसंघ के नेता धरने पर बैठे थें ? कितना हास्यास्पद बात है जब यह नेता सफेद झूठ बोल रहा था तो पूरा समाज मुंह मे दही जमाये बैठे सुन रहा था। यही दिनेश शर्मा पासियों के भरपूर समर्थन से जब लखनऊ का मेयर बना तब राजा लाखन पासी के नाम गोमती तट पर वन विभाग की जमीन पर एक स्मृति उपवन बनाने की घोषणा की लेकिन आजतक वह उपवन नही बन सका और पासियों के वोट के बल पर यह मेयर से उपमुख्यमंत्री बना गया । इसी बीच सांसद कौशल किशोर ने वीरांगना ऊदा देवी 100 फिट की प्रतिमा लगवाने की बात कह दीं । लेकिन पैसा और लोहा पासियों से लेने की बात जोड़ी ।

सावधान रहिये ,भाजपा की तरफ से तुम्हारे वोट के लिए कुछ रँगवा सियार छोड़े जाएंगें। जो तुम्हे झूठी कहानी और इतिहास बताकर तुम्हारे वोट की हत्या करवाएंगे।

लेकिन जब ये तुमसे समर्थन माँगने आएं तो यह सवाल जरुर पूछना कि भापजा में पासी समाज से 23 विधायक है , 6 संसद है । इतनी बड़ी आबादी को देश और प्रदेश की कैबिनेट में जगह क्यों नही दिया ? क्या महाराजा बिजली पासी के किले का सौंदरीकरण हुआ ? महाराजा बिजली पासी के किले की झील में बने कांशीराम स्मृति उपवन का नाम बदलकर बिजली पासी स्मृति उपवन हुआ ?

पासी समाज के अधिकारियों की नियुक्ति महत्वहीन पदों पर क्यों किया ? 82बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी चन्द्र प्रकाश जी की जगह 84 बैच के अधिकारी अनूप चन्द पांडेय को मुख्य सचिव क्यों बनाया ? सरकारी आयोग / बोर्ड और निगमों में पासी समाज की क्या भागीदारी हैं ?

यह भी पूछना की विश्वविद्यालय के छात्र दिलीप सरोज की निर्मम हत्या पर किये गए वादों का क्या हुआ ? उसके भाई को नौकरी ,परिवार को 50लाख रुपये , और सुरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस मिला ? क्या प्रतापगढ़ में इंस्पेक्टर अनिल सरोज की हत्या करने वालों को सजा मिली ? आज़मगढ़ के मोहन पासी को जेल से निकालकर हापुड़ में फ़र्जी एनकाउन्टर की उच्यस्तरीय जांच हुई क्या ?

इसके अलावा यह भी पूछना कि देश और समाज के नाम कुर्बान हुए वीरांगना ऊदा देवी ,क्रांतिकारी मदारी पासी , वीरा पासी जैसे नायकों के नाम पर कोई योजनाएं संचालित है हुई क्या ? पासी महापुरुषों का इतिहास पाठ्यक्रमों में अभी तक शामिल क्यो नही किया गया ? ऐसे अनेक सवाल हैं जिसे आप पूछकर पासी समाज के भाजपाई नेताओं के मुँह बंद कर सकते है। क्योंकि मेरा दावा हैं इनके पास इन सवालों के जबाव नही होंगे ।
आपका
संपादक ,श्रीपासी सत्ता पत्रिका

झारखंड राज्य अनुसूचित जाति अधिकार मोर्चा ने मनाया राजा बिजली पासी जयंती

झारखंड राज्य अनुसूचित जाति अधिकार मोर्चा के द्वारा हजारीबाग के के भी साथ पार्क में वीर योद्धा शिरोमणि सम्राट महाराजा बिजली पासी की जयंती मनाई गई।

जिसके अध्यक्ष थे डॉक्टर योगेंद्र चौधरी ने किया एवं मंच संचालन सदन भारी चौधरी ने किया सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक जगदीश राम जी ने कहा कि हमारे दलित समाज में भी एक से एक महापुरुष राजा महाराजा वीर योद्धा एवं स्वतंत्रता सेनानियों का जन्म हुआ ।

जिसको हमें याद करने की जरूरत है साथ ही इनके वीरगाथाओं को सभी समाज में पहुंचाने की जरूरत है ताकि लोग जागरूक हो सके और अपने इतिहास को आगे बढा़ सके महाराजा बिजली पासी हमेशा अपने देश के लिए बाहरी आक्रमणकारियों से लड़ते रहे पीछे हटने का काम नहीं किया और लड़ते लड़ते शहीद हुआ इनके वीरगाथाओं से हमें सीखने की जरूरत है

भारत सरकार से मांग है इनके सिलेबस को कॉलेज एवं स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश महासचिव नंदुवीर राम भुइयां ने कहा जिस तरह से महाराजा बिजली पासी को हम याद करते हैं उसी तरह हमारे बीच दशरथ मांझी जैसे दृढ़ संकल्पित संकल्पित मजदूर का भी जन्म हुआ जिन्होंने हमें संघर्ष के लिए सिखाया ।

प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रकाश पासवान ने कहा सभी दलित समाज के महापुरुषों के इतिहास को संकलित कर उसके इतिहास को घर घर जाकर पहुंचाए ताकि हमारे आने वाली पीढ़ी इसका लाभ उठा सकें ।

सभा को जय श्री राम दिनेश्वर प्रसाद चौधरी प्रदेश संरक्षक महेंद्र पासवान जिला उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार दास जिला अध्यक्ष संतोष कुमार भूषण चौधरी बरकट्ठा संयोजक योगेंद्र चौधरी अर्जुन कुमार चौधरी सत्यदेव चौधरी प्रदेश सचिव राजकुमार रजक भूषण चौधरी ने संबोधित किया एवं कार्यक्रम को सफल बनाया —

नंदूवीर राम भुइयां, प्रदेश महासचिव

महाराजा सुहेलदेव पासी के नाम से जारी हो डाक टिकट : बीकेआरपी

दिनांक 24 दिसम्बर 2018 को भारत क्रान्ति रक्षक पार्टी (बीकेआरपी )के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट सुनील राजपासी के नेतृत्व में एक ज्ञापन भारत के मा० राष्ट्रपति ,मा० प्रधानमंत्री और मा० मुख्यमंत्री उ०प्र० को जिलाधिकारी प्रयागराज के माध्यम से सौंपा गया।

ज्ञापन में 29 दिसम्बर 2018 को गाजीपुर में हो रही भारतीय जनता पार्टी की रैली में भारत के मा० प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी चक्रवर्ती महाराजा भरपासी के नाम के स्थान पर महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम से डाक टिकट जारी करने जा रहे है जोकि यह एक भा०ज०पा० कि सोची समझी सजीश है जो गलत है और इतिहास के साथ खिलवाङ करने का कार्य करने जा रही है।

जिसका भारत क्रान्ति रक्षक पार्टी (बी.के.आर.पी.) इसका घोर विरोध करती है।अगर डाक टिकट जारी ही करते है तो चक्रवती महाराजा सुहेलदेव भरपासी के नाम से जारी करने की मांग की है।अगर ऐसा भारत सरकार नहीं करती है तो भारत क्रान्ति रक्षक पार्टी इसका प्रदेश व्यापक अन्दोलन करेगी जिसकी जिम्मेदारी सरकार की स्वयं होगी ।

ज्ञापन देने वालों में बी.के.बाघाङिया,प्रमोद कुमार भारतीया, निखिल भारतीया, विनोद सरोज,दिनेश यादव,हैदर सुल्लतान,विरेन्द्र सरोज,राजकुमार भारतीया,मुन्ना पासी,के.एन.चौरासिया,कुलदीप कुशवाहा, पवन पासी, सूर्य बली पासी, ब्रिजेश पांडे, संदीप पासी, सरस्वती सरोज, अम्बरीश मिश्रा, दया शंकर वर्मा,राजीव पटेल,दिनेश निगम,राजाराम पासी,मोहन पासी,सन्त लाल पासी आदि सैकङो अधिवक्तागण उपस्थित रहे।

रिपार्ट ✍एडवोकेट प्रमोद कुमार भारतीया

प्रस्तावित ‘अश्वघोष विशाल बौद्ध विहार ‘में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण

जनपद कौशाम्बी में नीबी शाना ग्राम सभा मे खुदाई के दौरान कुषाण कालीन बौद्ध मठों के साक्ष्य प्राप्त हुए है । इसकी पुष्टि पुरातत्व विभाग द्वारा किया जा चुका है।जिस पर बौद्ध अनुयायियों द्वारा विहार बनाया जा रहा हैं।

प्रस्तावित “अश्वघोष विशाल बौद्ध बिहार ” में आज श्री रामविशाल पासवान द्वारा आयोजित बौद्ध सम्मेलन में भगवान बुद्ध की प्रतिमा उद्घाटन श्री विवेक प्रकाश जी,( IRPS) द्वारा किया गया। उनके साथ श्री राजकुमार इतिहासकार जी, श्री केसी सरोज जी(रिटायर्ड आईएएस) चर्चित पत्रकार व संपादक श्री अजय प्रकाश सरोज जी, श्री डीके दोहरे (जिला विकास अधिकारी लखनऊ) साझीदार रहें । इस अवसर पर श्रीमती विनीता सरोज जी, श्री हरदीपसिंह रावत जी सहित नेपाल, ताइवान, कंबोडिया, भूटान , श्रीलंका , आदि देशों से जुड़े बौद्ध भिखुओं ने भाग लिया ।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने बौद्ध धम्म के विचारों को सुना ,और बौद्ध विहार बनाने का संकल्प लिया।
#श्रीपासीसत्ताडेस्क

देवधर में मनाया महाराजा बिजली पासी का जन्मोत्सव

झारखंड, देवघर / अखिल भारतीय पासी समाज के बैनर तले वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी का जयंती बड़ी ही धूमधाम से रांगा मोड़ देवघर झारखंड में मनाया गया इस कार्यक्रम में महाराजा बिजली पासी का प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया और मिठाई बांटा गया ।

इस कार्यक्रम में रंजन महथा मंत्री अखिल भारतीय पासी समाज झारखंड प्रान्त (पंजीकृत), साथ में मुख्य रूप से बजरंगी महथा ,महामंत्री अखिल भारतीय पासी समाज झारखंड प्रान्त (पंजी०) प्रकाश महथा कार्यकारणी सदस्य झारखंड प्रान्त ,समेत सैकड़ो लोग माजूद थे। सभी ने एक स्वर में वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी अमर रहें का नारा लगाया।

महाराजा सुहेलदेव पासी के नाम डाक टिकट जारी हो , राजभर लिखना तथ्यों से परे है —-अजय प्रकाश सरोज

29 दिसंबर गाजीपुर में आयोजित बीजेपी की रैली में मोदी जी द्वारा महाराजा सुहेलदेव पासी को राजभर बताकर के डाक टिकट जारी करने के विरोध में आज जिला कचहरी प्रयागराज में प्रदर्शन कर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी इलाहाबाद / प्रयागराज को सौंपा गया । साथ ही एक सभा का आयोजन किया गया।

सभा को सम्बोधित करते हुए श्रीपासी सत्ता पत्रिका के संपादक अजय प्रकाश सरोज कहा कि पासी समाज के लिए यह गर्व की बात हैं की महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट भारत सरकार द्वारा जारी किया जा रहा है , हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन इस बात से आक्रोशित भी है कि राजा सुहेलदेव के सामाजिक तथ्यों से छेड़छाड़ की कोशिश की जा रहीं है। हमारी माँग है कि डाक टिकट ‘महाराजा सुहेलदेव पासी ‘के नाम से ही जारी किया जाए। और इसके विवरण में यह लिखा जाए की वह पासी-भर शासक थे, क्यूँकि पासी और प्राचीन भर एक ही जाति को कहा जाता रहा हैं। सिर्फ राजभर लिखना तथ्यों से परे है।

युवा नेता नीरज पासी ने कहा कि पासी प्राचीन समाज का सैन्य हिस्सा रहा हैं जिसकी शासकों और योद्धाओं की लम्बी शृंखला हैं जो कलांतर में अंग्रेजों के भयानक कानून क्रिमिनल ट्राइब एक्ट के दर्द को भी सहा हैं। इनके ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ बर्दास्त नही किया जाएगा। अगर मोदी जी इस फैसले पर पुनर्विचार नही करते है तो यह आक्रोश बड़े आंदोलन में बदला जाएगा।

एडवोकेट सुनील राजपासी ने राजा सुहेलदेव और सैयद सालार उर्फ गाँजी के बीच हुए ऐतिहासिक युद्व का वर्णन किया । उपस्थित पासी समाज के बौद्धिक लोगो ने माँग किया कि पासी समाज में जन्मे राजा सुहेलदेव, राजा बिजली पासी, राजा सातन पासी, राजा लखना पासी से लेकर वीरांगना उदा देवी, क्रांतिवीर मदारी पासी, वीरा पासी जैसे अनेको स्वतंत्रता संग्राम में शहीद वीर वीरांगनाओं का भी स्मरणोत्सव मनाया जाए।साथ ही आगामी ग़ाज़ीपुर की रैली में पासी समाज के विधायक/संसदो/मंत्रीयों समेत इतिहासकारों और बुद्धिजीवी वर्ग को भी बुलाया जाएं।

इस अवसर पर एडवोकेट बीके बघाडियां ,प्रमोद कुमार एडवोकेट , सुनील कुमार डीसी हॉस्टल , निखिल कुमार एडवोकेट, राकेश सरोज,बबलू कुमार, राम मनोरथ सरोज, नागेंद्र कुमार, आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहें।

जीवनी : पासी समाज के मुक्तिदाता पूर्व सांसद पन्ना लाल ●लेखक -अजय प्रकाश सरोज

आज़ादी के बाद 1952 तक पासियों पर लगे जरायम पेशा एक्ट को हटवाने के लिए पासी समाज के बौद्धिक चिन्तको ने कमर कस ली थीं। उस दौरान समाज मे सबसे ज्यादा पढ़े लिखें और अपने समय के काबिल ब्यक्तियों में से एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्रद्धेय स्व. पन्ना लाल ,जो फैजाबाद से लोकसभा के सदस्य थें। जिनके सामुहिक योगदान से पासी समाज की आज की पीढ़ी में थोड़ा बहुत सुधार दिखाई पड़ता है।

जन्म और शिक्षा –

श्री पन्ना लाल जी का जन्म 21 जनवरी 1921 में जनपद फैज़ाबाद/ अवध के ग्राम सहादतगंज बरही के पुरवा में हुआ था। पन्ना लाल बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थें। अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए ,एलएलबी और 1946 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विधि में परास्नातक (L.L.M) की उपाधि ली थीं।

नौकरी करते देख नेहरू नें लगाई फ़टकार-

शिक्षा प्राप्ति के बाद सरकार ने बलिया जिले में इन्हें सीधे रोजगार अधिकारी के पद पर नियुक्त कर दिया । एक बार प्रधानमंत्री रहते हुए अचानक नेहरू जी का दौरा जनपद बलिया में हुआ तो मुलाकात के दौरान नेहरू जी ने पन्ना लाल पर भड़के बोले कि ‘तुम इतने क्वालीफाइड आदमी हो और तुम अफसरी कर रहें हो ? चलो तुमको नेता बनाते है । फिर क्या था 1952 के आम चुनाव में पन्ना लाल जी कांग्रेस के टिकट पर फैज़ाबाद सें सांसद हो गए।

पासी महासभा के अध्यक्ष –

इसके बाद 1952 से 1971 तक में श्री पन्ना लाल जी अखिल भारतीय पासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाते रहें और इसके साथ ही लगातार 1967 तक लोकसभा के सदस्य रहें। उन्होंने बाल विवाह, विधवा विवाह एवं अन्य सामाजिक कुरूतियों के ख़िलाफ़ भी मुखर आवाज उठाते रहें । ग़रीबी उन्मूलन , जमींदारी ब्यवस्था की समाप्ति पर सामन्तवादी शक्तियों से लड़ते रहें । श्री पन्ना लाल जी के तेज तर्रार बौद्धिक तेवर की वजह सें प्रदेश के बड़े बड़े नेता उनका सम्मान करते थें । पासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने से उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहें चन्द्र भान गुप्ता इन्हें प्यार से ” पासियों का सरदार” कहा करते थें ।

पासी जाति को जरायम पेशा एक्ट से मुक्ति-

श्री पन्ना लाल जी अपने 5 -7 सांसद साथियों के साथ पासियों पर लगे क्रिमिनल ट्राइब एक्ट को हटवाने के लिए नेहरू मन्त्रिमण्डल पर लगातार दबाव बनाने का काम किया। इनमें प्रमुख रूप से इलाहाबाद से महाशय मसूरियादीन, गोरखपुर के महादेव प्रसाद ,बिहार के जगलाल चौधरी व अन्य संसद मित्रो के साथ सामूहिक रूप से तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर दबाव बनाया । और पासी समाज को जरायम पेशा एक्ट से मुक्ति दिलाई।

गाँधी जन्म शताब्दी समारोह के अध्यक्ष –

सत्र 1969 में जब कांग्रेस सरकार द्वारा महात्मा गाँधी जी का जन्म शताब्दी पूरे देश में मनाया तब श्री पन्ना लाल जी को जन्म शताब्दी समारोह का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । इसके तुरंत बाद ही इनकी योग्यता से प्रभावित उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल ने इन्हें उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग इलाहाबाद का सदस्य बना दिया । आयोग के सदस्य रहते ही 12 फरवरी 1971 को पासी समाज के मुक्तिदाता श्री पन्ना लाल जी का परिनिर्वाण हो गया।

इतिहास के आइने में पासी जाति –

पासी समाज एक ऐसी जाति है जिनके इतिहास पर नज़र डालें तो सिर्फ़ दर्द ही दर्द रहा हैं। इस जाति का जीवन हमेशा संघर्षों के सायें में रहा है। स्वाभिमान और वफ़ादारी में मामले में इनके जैसा दूसरी कोई भी कौम नही ठहरता । लेकिन इसकी कीमत इन्होंने अपना राजपाठ गवांकर चुकाई हैं । उत्तर प्रदेश तब के अवध प्रांत पर 12वीं शदी तक इनका राजपाठ हुआ करता था। लेकिन कालांतर में स्थानीय शासकों की गद्दारी और बढ़ते मुगल सम्राज्य से समझौता न करने के कारण इनकी स्थिति खराब हो गई।

अंग्रेजों ने लगाया था जरायम पेशा एक्ट —

पासी समाज ही एक ऐसी कौम रहीं है जिसने अंग्रेजों से कभी भी समझौता नही किया। वरना यह भी ज़मीदार होता ? अंग्रेजी हुकूमत आने के बाद इन पर 1871 में क्रिमिनल ट्राइब एक्ट लगा दिया। इस एक्ट ने पासी समाज की कमर तोड़ दी ।एक यह दमनकारी और भंयकर कानून था । जिसे पासी समाज के महापुरुषों ने सत्र 1952 में आज़ादी दिलाई । जिनमें श्री पन्ना लाल जी जी भूमिका प्रमुख रूप से रही । पासी समाज इन्हें ऋण को कभी चुका नही सकता । पासी समाज के इतिहास के पन्नो पर श्री पन्ना लाल जी का नाम अमर रहेगा ।

लेखक : अजय प्रकाश सरोज (संपादक ,श्रीपासी सत्ता पत्रिका ) mob. 9838703961