हमारे उत्तर भारत में ख़ास तौर पर लोग मानते है की ब्राह्मण शुद्ध शाकाहारी होते है । ब्राह्मण भी कभी माँस खाते थे ऐसा सोच भी नहि सकते । जबकि ग्रंथो में भी माँस खाने और पशु बलि का ज़िक्र है । नेपाल के मंदिरो में तो आज भी पशु बलि चढ़ाई जाती है ।
पर उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में इस पर विश्वास नहि किया जाता उन्हें लगता है की ब्राह्मण सिर्फ़ शाकाहारी होते है । जबकि आज भी बंगाल और महाराष्ट्र के कोंकण के ब्राह्मण माँसाहारी होते है ।
जब बात बीफ़ की आती है तो टार्गट सिर्फ़ मुसलमान होते है या २-४% केसेस में दलित भी । जबकि कई रिपोर्ट आइ है जिनसे पता चलता है की बीफ़ के व्यापार में सबसे बड़ा बिज़नेस ब्राह्मण के ही है । यहाँ तक की कुछ ब्राह्मण व्यापारी दुनिया के टॉप १० बीफ़ व्यापारियों में आते है ।पर बीफ़ के लिए टार्गट सिर्फ़ दलित और मुस्लिम ही होते है ।
कल अभिनेत्री काजोल का एक विडीओ वाइरल हुआ था जिसमें वह बीफ़ पार्टी के आयोजन का हिस्सा थी । उनके प्लेट में बीफ़ परोसा हुआ था । हालाँकि ज़्यादा विरोध होने पर काजोल ने वह विडीओ अपने अकाउंट से हटा लिया । पर फिर भी कई लोगों तक पहुँच चुका था । इसलिए कल कलेरिफिकेशन देते हुए काजोल ने कहा वह मीट बीफ़ का था पर भैंसे का था जिस पर कोई बंदिश नहि है देश में ।
बता दे की महाराष्ट्र सहित कुछ प्रदेशों में गाय और बैल के माँस पर पाबंदी है पर भैंस के मटन पर नहि ।
काजोल ने ऐक्सेप्ट किया की वह सिर्फ़ भैंसे का मटन था । यह बताने की ज़रूरत नहि की काजोल बंगाल के ब्राह्मण सोमू मुखर्जी परिवार से संबंध रखती है।
आप सोचिए अगर यही बात किसी मुस्लिम या दलित ने ऐक्सेप्ट की होती तो मीडिया और धर्म के ठेकेदार कितना बवाल मचाते । अख़लाक़ और पहलू खान और गुजरात के बहूजनो पर हुए हमले को अभी ज़्यादा दिन नहि हुए है ।
https://youtu.be/Zw_NKs5Ejpc
इससे तो यही लगता है कि ब्राह्मण ही इस देश में ऐसा है जो कुछ भी खा सकता है पर बाक़ियों ने हिम्मत की तो .?
राजेश पासी,मुंबई
फिल्मी दुनिया को लेकर आम लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है फिल्मी दुनिया केवल पैसे से प्यार करती है वहां पर जाति धर्म सब कुछ पैसा है सबसे ज्यादा गैर धर्मों में शादी फिल्मी दुनिया के लोगों ने ही की है इनका ना कोई दीन है ना ईमान जरूरत पड़ने पर यह कुछ भी खा और पी सकते हैं अपना व्यवहार अपने फायदे के लिए बनाए रखने में विश्वास करते हैं
सर बात परेशान वाली तो है ! यही काम अगर सलमान या आमिर ने किया होता बीफ़ पार्टी कहा होता तो यही आम लोग अब तक कोहराम मचा चुके होते । और मीडिया तो ..भले ही कितना ही कहते की बैल या गाय नहि भैंस का मीट था …लेकिन यह नहि मानते ….
अख़लाक़ के घर का फ़्रीज़ चेक किया जाता है की किसका मीट था …पर क्या काजोल के घर का फ़्रीज़ चेक होगी …..नहि …. सिर्फ़ इसलिए नहि क्योंकि ..वह अभेनेत्रि है …बल्कि इस लिएभी की वह एक ब्राह्मण है ..अगर कोई ग़ैर ब्राह्मण होता तो ..
Pahi bat to vo kajol devgan hai to vo Brahman kaise hui?aur dusri bat ki vo keval janm se Brahman hai karm se nahi aur ye filmi dunia k logo ki na koi Jati hoti hai aur na koi dharm inka to sub kuch keval paisa hota hai paise k liye ye kuch bhi kr sakte hai.